भारत ने श्रीलंका को 317 रनों से हराया, 390 रनो के जवाब में श्रीलंका टीम 73 रनों पर ऑल आउट
रिपोर्टर : तारकेश्वर शर्मा
तिरुअनंतपुरम । माजरा यह है कि विराट के शतक के बूते हिंदुस्तान ने तीसरे वनडे में 390 रन स्कोर बोर्ड पर लगाए थे। जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम 73 रन पर ऑल आउट हो गई। परिणाम यह हुआ कि भारत ने 317 रनों से मुकाबला अपने नाम कर लिया। भारत के टारगेट तक पहुंचने की बात तो छोड़ ही दीजिए, श्रीलंकाई टीम विराट के स्कोर के आसपास भी नहीं फटकी। वैसे विराट ने अंतिम 4 वनडे मुकाबलों में 3 शतक जड़े हैं। 113, 113, 4 और 166 …! एक समय तीनों फॉर्मेट में दुनिया का नंबर वन बल्लेबाज रहा विराट अब वनडे इंटरनेशनल में नंबर वन बनने के लिए तैयार नजर आ रहा है। किंग विरोधी गेंदबाजों की आंखों में आंखें डाल कर बल्ले से कहर बरपा रहा है।
मैदान था ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम तिरुअनंतपुरम, केरल। भारत ने टॉस जीता और सीधा पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर लिया। पहले विकेट के लिए रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने 15 ओवरों में 95 रन जोड़ दिए। करुणारत्ने के 16वें ओवर की दूसरी गेंद लेंथ बॉल थी। हिटमैन पुल शॉट खेलने में चूक गए और डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग में कैच थमा बैठे। रोहित के बल्ले से 3 छक्कों और 2 चौकों की मदद से 42 रन आए। स्टेडियम दर्शकों के शोर से गूंज रहा था। दरअसल विराट बल्ला थामे मैदान पर आ रहे थे।
अगली 108 गेंदों में विराट कोहली और शुभमन गिल ने मिलकर 131 रन जोड़ दिए। जिस तरह विराट कोहली को किंग ऑफ क्रिकेट कहा जाता है, उसी तरह शुभमन गिल को उनकी स्टाइलिश बैटिंग के लिए प्रिंस ऑफ क्रिकेट का ओहदा मिला हुआ है। ऐसे मे किंग और प्रिंस को साथ में खेलते हुए देखना दर्शकों कीआंखों को सुकून दे रहा था। देखते-देखते गिल ने 97 गेंदों पर 14 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 116 रन बना दिए। उनकी पारी में किंग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही क्योंकि जहां पर गिल बड़े शॉट खेल पा रहे थे, विराट उन्हें लगातार स्ट्राइक दिए जा रहे थे। लग रहा था कि यही दोनों बल्लेबाज मिलकर भारत के लिए अंतिम ओवर तक मैदान पर टिक जाएंगे।
पर रजिता के 34वें ओवर की चौथी गेंद ऑफ कटर होने के नाते थोड़ी नीची रह गई। बॉल गुड लेंथ थी और गिल बड़ा शॉट खेलना चाहते थे। हालांकि हाइट से मात खा गए और बोल्ड हो गए। इसके बाद श्रेयस अय्यर के बल्ले से 32 गेंदों पर 38 रन आए। लाहिरू कुमार के 46वें ओवर की तीसरी गेंद शॉर्ट पिच थी। अय्यर का वर्ष के ऊपर से खेलना चाहते थे लेकिन बाउंस जज करने में चूके और सीधा फील्डर के हाथ में कैच थमा बैठे। अंतिम 5 ओवरों में बल्लेबाजी करने आए केएल राहुल ने 7 और सूर्यकुमार यादव ने 4 रन बनाए। अगर भारतीय पारी के अंतिम 10 ओवरों में किसी बल्लेबाज ने महफिल लूटी, तो उसका नाम था किंग कोहली। जब भारतीय पारी का 40वां ओवर समाप्त हुआ, तब विराट 76 बॉल पर 82 बनाकर खेल रहे थे। लेकिन जब भारतीय पारी खत्म हुई, तब विराट 110 गेंदों पर 166 रन बनाकर नाबाद लौटे। आखिरी 10 ओवरों में किंग ने अकेले 84 रन कूटे।
यहां से श्रीलंका के लिए जीत बहुत मुश्किल थी। मोहम्मद सिराज ने उसे नामुमकिन बना दिया। मोहम्मद सिराज के दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर अविष्का फर्नांडो का एज लगा और गेंद सीधा गली में शुभमन गिल के हाथ। अविष्का ने बनाए 1 और 7 के स्कोर पर श्रीलंका को पहला झटका लग गया। सिराज के चौथे ओवर की अंतिम लेंथ बॉल पर बल्ले का बाहरी किनारा लगने के कारण कुसल मेंडिस विकेटकीपर को कैच थमा कर चलते बने। उनके बल्ले से 7 बॉल पर 4 रन आए। श्रीलंका को 22 के स्कोर पर दूसरा झटका लगा। मोहम्मद शमी के 7वें ओवर की तीसरी गेंद आउटसाइड ऑफ शॉर्ट पिच थी। असलंका बैकवर्ड पॉइंट पर अक्षर पटेल को कैचिंग प्रैक्टिस कराने के बाद वापस लौट गए। श्रीलंका को 31 के स्कोर पर तीसरा झटका लगा और 35 के स्कोर पर चौथा। दरअसल 26 गेंदों पर 19 रन बनाकर खेल रहे नाविदु फर्नांडो को मोहम्मद सिराज ने 8वें ओवर की तीसरी गेंद पर बोल्ड कर दिया।
श्रीलंका खेमा थोड़ी सांस ले पाता, इससे पहले ही 10वें ओवर की तीसरी गेंद पर मोहम्मद सिराज ने वानिंदु हसारंगा का स्टंप भी उखाड़ दिया। दरअसल हसरंगा ओपन स्टांस के साथ खेल रहे थे और उन्हें लगातार तीन आउटस्विंगर डालने के बाद सिराज ने ऑफ कटर लेंथ बॉल कर दी। बल्ला समय पर नीचे आ नहीं पाया और हसरंगा 7 गेंदों पर 1 रन बनाकर बोल्ड हो गए। अभी 37 रनों पर आधी टीम पवेलियन लौटे ही थी कि 39 के स्कोर पर छठा विकेट भी गिर गया। 12वें ओवर की चौथी गेंद को करुणारत्ने ने बहुत स्टाइल में डिफेंड किया। गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने बॉल फील्ड करते ही स्टंप पर दे मारी। हुआ यह था कि बॉल रोकने के बाद बल्लेबाज काफी वक्त तक पोज देता रह गया, जबकि यह भूल गया कि उसके दोनों पैर क्रीज के बाहर हैं। करुणारत्ने 6 गेंदों पर 1 रन बनाकर चलते बने।
यहां से कोई दौर बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका। नतीजा यह हुआ कि श्रीलंका की पूरी टीम 22 ओवरों में केवल 73 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इसी के साथ भारत ने चौथी बार वनडे इंटरनेशनल के इतिहास में श्रीलंका का क्लीन स्वीप कर दिया।