ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग शनिवार, 20 मई 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
शनिवार 20 मई 2023

शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
☄️ दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।
शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।
शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।
शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।
शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर ग्रीष्म ऋतु
🌤️ मास – ज्येष्ठ मास
🌘 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – प्रतिपदा तिथि 09:31 PM तक उपरांत द्वितीया
📝 तिथि के स्वामी – प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव जी और द्वितीया तिथि के स्वामी भगवान ब्रह्मा जी है।
💫 नक्षत्र कृत्तिका 08:02 AM तक उपरांत रोहिणी |
🪐 नक्षत्र स्वामी – कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य और राशि के स्वामी शुक्र हैं।
🔊 योग – अतिगण्ड योग 05:18 PM तक, उसके बाद सुकर्मा योग
प्रथम करण : किंस्तुघ्न – 09:22 ए एम तक
द्वितीय करण – बव – 09:30 पी एम तक
🔥 गुलिक काल : शनिवार का शुभ (गुलिक काल) :- 05:49 ए एम से 07:27 ए एम
⚜️ दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है ।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल -सुबह – 9:00 से 10:30 तक।राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:21:00 A.M
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:39:00 P.M
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:05 ए एम से 04:47 ए एम
🌆 प्रातः सन्ध्या : 04:26 ए एम से 05:28 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:50 ए एम से 12:45 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 02:34 पी एम से 03:29 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:06 पी एम से 07:27 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 07:08 पी एम से 08:10 पी एम
💧 अमृत काल : 05:35 ए एम से 07:13 ए एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:57 पी एम से 12:38 ए एम, मई 21
सर्वार्थ सिद्धि योग : 08:03 ए एम से 05:27 ए एम, मई 21
💦 अमृत सिद्धि योग : 08:03 ए एम से 05:27 ए एम, मई 21
🚓 यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-शनि मंदिर में सौंफ़ चढाएं।
🌴 वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – दस दिनात्मक गंगा दशहरा व्रत आरम्भ , श्री गंगा दशाश्वमेघ स्नान प्रारम्भ, साहित्य के कवि सुमित्रानंदन पंत जयन्ती, स्वतंत्रता सेनानी टी. प्रकाशम स्मृति दिवस, आध्यात्मिक गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती जन्म दिवस, विश्व मधुमक्खी दिवस, विश्व माप विज्ञान दिवस, कैमरून राष्ट्रीय दिवस
✍🏼 विशेष – प्रतिपदा तिथि को कद्दू एवं कूष्माण्ड का दान एवं भक्षण दोनों ही त्याज्य बताया गया है। प्रतिपदा तिथि वृद्धि देनेवाली तिथि मानी जाती है। साथ ही प्रतिपदा तिथि सिद्धिप्रद तिथि भी मानी जाती है। इस प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देवता हैं। यह प्रतिपदा तिथि नन्दा नाम से विख्यात मानी जाती है।
🌋 Vastu tips 🗽
ना करें झाड़ू से जुड़ी ये गलतिया
झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए गलती से भी कभी झाड़ू को पैर न लगाएं। यह लक्ष्मी माता का अपमान माना जाता है और इससे घर में कई तरह की आर्थिक परेशानियां भी आ सकती हैं।
इसके अलावा जिस अलमारी या तिजोरी में आप पैसा या अन्य कीमती सामान रखते हैं, उसके पीछे या सटाकर कभी भी झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। इससे खर्चे में बढ़ोतरी होती है।
सूर्यास्त के बाद आप जब भी झाडू लगाएं तो उस कूड़े या मिट्टी को घर के बाहर न फेंके, कहीं एक जगह पर कूड़ेदान में ही रख दें और सुबह होने पर बाहर फेंक दें। माना जाता है कि शाम के समय मिट्टी घर के बाहर फेंकने से लक्ष्मी घर से बाहर चली जाती है और अलक्ष्मी घर में प्रवेश कर जाती है।
वास्तु शास्त्र में घर में झाडू लगाने के लिए दिन के पहले चार पहर को उचित समय माना गया है। जबकि रात के चार पहर को इस काम के लिए अनुचित माना गया है। रात के चार पहरों में झाडू लगाने से घर में दरिद्रता अपने पैर पसारती है और धन की देवी लक्ष्मी रूष्ठ हो जाती है। जिससे घर में धन की आवक पर प्रभाव पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। झाड़ू को घर में हमेशा दक्षिण दिशा या फिर पश्चिम-दक्षिण दिशा में रखना शुभ माना जाता है।
❇️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
छत पर सोने का सही तरीका-छत पर सोने का सही तरीका ये है कि आप पहले अपनी गर्म छत को ठंडा करने के लिए पानी से धो लें या फिर इस पर पानी की कुछ बूंदें मारें। इसके बाद बिस्तर लगाएं, मच्छर हैं तो मच्छरदानी भी लगाएं और मस्त नींद सोएं। इस दौरान एक चीज का ध्यान रखें कि जहां आपका सिर हो उस तरह मच्छरदानी के ऊपर एक चादर रखें ताकि आप ओस के सीधे संपर्क में न आएं क्योंकि इसकी वजह से आपको सर्द-गर्म और इस्नोफीलिया बढ़ने की समस्या हो सकती है।
छत पर सोने के फायदे- छत पर सोने के कई फायदे हैं। पहले तो छत पर सोने से आपका मेंटल स्ट्रेस कम होगा और आप शांत महसूस करेंगे। इसके अलावा जब आप छत पर सोएंगे तो ये आपकी रीढ़ की हड्डियों को आराम पहुंचाने के साथ पोस्चर सही करने में मदद करेगा। साथ ही हमारी बॉडी, वातावरण के तापमान के साथ खुद को बैलेंस करना सीख लेगी और इम्यूनिटी विकसित करेगी, जिससे बदलते मौसम में हम बीमार नहीं पड़ेंगे।
🩸 आरोग्य संजीवनी 💊
एंटीइंफ्लेमेटरी है अजवाइन और अदरक अजवाइन और अदरक दोनों ही एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और ये शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करते हैं और जोड़ों की सूजन में कमी लाते हैं। होता ये है कि जब आपकी हड्डियों में प्यूरिन जमा होता है तो इनके बीच गैप आने लगता है और यही गैप हड्डियों में दर्द का कारण बनता है।
अजवाइन और अदरक हड्डियों में जमा पथरी को पिघलाते हैं हड्डियों में जमा पथरी यानी ऑक्सलेट क्रिस्टल्स ही गैप पैदा करते हैं, जिसे मेडिकल टर्म में गाउट की समस्या कहते हैं। ऐसे में जब आप अजवाइन और अदरक को लेते हैं तो इसका अर्क ऑक्सलेट क्रिस्टल्स को पिघलाने में मदद करता है जो कि पथरी की समस्या में कमी ला सकता है।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
हर व्यक्ति का पहले गुरु उनके माता पिता होते हैं। लेकिन माता-पिता के बाद शिक्षक ही उनके सबसे बड़े गुरु कहलाते हैं। कबीर ने गुरु को गोविन्द समान बताया है, क्योंकि गुरु के बिना एक बेहतरीन भविष्य की कल्पना नहीं की जा सकती। गुरु के बिना शिष्य को ज्ञान का मिलना असंभव है। सही और गलत के बीच का अंतर गुरु के जरिए ही प्राप्त होता है। ऐसे में आचार्य श्री गोपी राम कहते हैं कि जितना एक शिष्य को अपने गुरु के लिए समर्पित होना चाहिए उतना ही एक गुरु का कर्तव्य बनता है अपने शिष्यों को सही मार्ग दिखाना। हमने ये बताया है कि जीवन में एक गुरु का त्याग कब करना चाहिए।
अज्ञानी शिक्षक, जो गुरु अज्ञानी हो उसे त्यागने में ही भलाई है। गुरु शिष्य का मार्गदर्शन करता है, उसे सही शिक्षा के साथ अच्छे-बुरे में अंतर करना सिखाता है लेकिन शास्त्र के अनुसार अगर गुरु के पास ही विद्या न हो तो वह शिष्य का भला कैसे करेगा। ऐसा गुरु से शिक्षा ग्रहण करना न सिर्फ धन की हानि होती है बल्कि वह आपके पूरे भविष्य को खराब कर सकता है, इसलिए ऐसे गुरु का तुरंत ही त्याग करने में ही भलाई है। गुरु और शिष्य की डोर विश्वास से बंधी होती है। आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार अगर अज्ञानी शिक्षक को देश के लिए किसी खतरे से कम नहीं है। ऐसे गुरु देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं, ऐसे में से रहते चेत जाना ज़रूरी है और उनसे दूरी बनाकर रखना ही अच्छा है।
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⚜️ प्रतिपदा तिथि शुक्ल पक्ष में अशुभ तथा कृष्ण पक्ष में शुभ फलदायिनी मानी जाती है। आज प्रतिपदा तिथि को अग्निदेव से धन प्राप्ति के लिए एक अत्यंत ही प्रभावी उपाय कर सकते हैं। इस अनुष्ठान से अग्निदेव से अद्भुत तेज प्राप्त करने के लिए भी आज का यह उपाय कर सकते हैं। साथ ही आज किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति भी इस अनुष्ठान के माध्यम से अग्निदेव से करवायी जा सकती हैं। इसके लिए आज अग्नि घर पर ही प्रज्ज्वलित करके गाय के शुद्ध देशी घी से (ॐ अग्नये नम: स्वाहा) इस मन्त्र से हवन करना चाहिये।
शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति का जन्म प्रतिपदा तिथि में होता है वह व्यक्ति अनैतिक कार्यों में संलग्न रहने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति कानून के विरूद्ध जाकर काम करने वाला भी होता है। ऐसे लोगों को मांस मदिरा काफी पसंद होता है अर्थात ये तामसी भोजन के शौकीन होते हैं। आम तौर पर इनकी दोस्ती ऐसे लोगों से होती है जिन्हें समाज में सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता अर्थात बदमाश और ग़लत काम करने वाले लोग।

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