Aaj ka Panchang आज का पंचांग मंगलवार, 04 अप्रैल 2023
आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
🧾 आज का पंचाग 🧾
मंगलवार 04 अप्रैल 2023
हनुमान जी का मंत्र : हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ।
🌌 दिन (वार) – मंगलवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से उम्र कम होती है। अत: इस दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए ।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा एवं सुन्दर काण्ड का पाठ करना चाहिए।
मंगलवार को यथासंभव मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करके उन्हें लाल गुलाब, इत्र अर्पित करके बूंदी / लाल पेड़े या गुड़ चने का प्रशाद चढ़ाएं । हनुमान जी की पूजा से भूत-प्रेत, नज़र की बाधा से बचाव होता है, शत्रु परास्त होते है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर वसंत ऋतु
🌤️ मास – चैत्र मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – त्रयोदशी 07:40 AM बजे तक उपरान्त चतुर्दशी तिथि है।
✏️ तिथि स्वामी : चतुर्दशी तिथि के देवता हैं शंकर। तथा चतुर्दशी तिथि में भगवान देवदेवेश्वर सदाशिव की पूजा करके मनुष्य समस्त ऐश्वर्यों से समन्वित हो जाता है।
💫 नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी 09:21 AM तक उपरान्त उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है।
🪐 नक्षत्र स्वामी : पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी शुक्र है और इसके चारों चरण सिंह में आते हैं।
📣 योग – गंड 03:36 AM तक उपरान्त वृद्धि योग है।
⚡ प्रथम करण : तैतिल – 08:05 ए एम तक
✨ द्वितीय करण : गर – 08:45 पी एम तक
⚜️ दिशाशूल – मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो कोई गुड़ खाकर यात्रा कर सकते है।
🔥 गुलिक काल : मंगलवार का (अशुभ गुलिक) काल 12:24 पी एम से 01:58 पी एम
🤖 राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 15:00 बजे से 16:30 बजे तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:37 ए एम से 05:22 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:59 ए एम से 06:08 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:59 ए एम से 12:49 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:39 पी एम से 07:02 पी एम
🌌 सायाह्न सन्ध्या : 06:40 पी एम से 07:49 पी एम
💧 अमृत काल : 03:39 ए एम, अप्रैल 05 से 05:22 ए एम, अप्रैल 05
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:01 ए एम, अप्रैल 05 से 12:47 ए एम, अप्रैल 05
❄️ रवि योग : 09:36 ए एम से 06:07 ए एम, अप्रैल 05
🚓 यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-हनुमान मंदिर में लाल ध्वजा चढ़ाएं।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – शिव दमनक चतुर्दशी/रवियोग, महावीर जयन्ती, अभिनेत्री परवीन बॉबी जन्म दिवस, पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी जन्म दिवस, साहित्यकार सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन “अज्ञेय” समृति दिवस, (स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद) हंसा मेहता पुण्य तिथि, स्वतंत्रता सेनानी सागरमल गोपा पुण्य तिथि, अंतरराष्ट्रीय खदान जागरुकता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस, विश्व चूहा दिवस, नेशनल वॉक अराउंड थिंग्स डे, राष्ट्रीय विटामिन सी दिवस, डेयर डे।
✍🏼 तिथि विशेष:- त्रयोदशी तिथि को बैंगन त्याज्य होता है। अर्थात आज त्रयोदशी तिथि में भूलकर भी बैंगन की सब्जी या भर्ता नहीं खाना चाहिए। त्रयोदशी तिथि जयकारी अर्थात विजय दिलवाने वाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि सर्वसिद्धिकारी अर्थात अनेकों क्षेत्रों में सिद्धियों को देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी होती है।
🏘️ Vastu tips 🏚️
घर के पश्चिम दिशा में किसी भी तरह का कूड़ा या कबाड़ और गंदगी को न रखें। इससे शनिदेव रूठ जाते हैं और अपनी अशुभ द्दष्टि से घर में दरिद्रता लाते हैं।
घर के पश्चिम दिशी की तरफ कोई खिड़की हो तो वह खिड़की पूर्व दिशा की दीवार में मौजूद खिड़की से छोटी होनी चाहिए। नहीं तो नकारात्मक ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है।
घर के पश्चिम दिशा का हिस्सा खुला हुआ होना चाहिए। जिन घरों में पश्चिम दिशा बंद होता है वहां पर रहने वाले सदस्यों को मानसिक तनाव बढ़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा में कभी कोई रसोई घर नहीं होनी चाहिए। इस घर में आर्थिक तंगी और कलह बनी रहती है।
पति-पत्नी का कमरा पश्चिम दिशा में होने से दोनों के बीच में तनाव बढ़ता है।
अगर आपके घर की पश्चिम दिशा में कोई वास्तु दोष हो घर में शनि यंत्र जरूर रखें। इससे इस दिशा का वास्तुदोष खत्म हो जाता है।
⏺️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
घर के झगड़े मिटाने और सुख-शांति पाने के उपाय
शनिदेव स्वयं कहते हैं कि ‘जो शनिवार को पीपल को स्पर्श करते है, उसको जल चढ़ाता है, उसके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उसको कोई पीड़ा नहीं होगी |’ ग्रहदोष और ग्रहबाधा जिनको भी लगी हो, वे अपने घर में 9 अंगुल चौड़ा और 9 अंगुल लम्बा कुमकुम का स्वस्तिक बना दें तो ग्रहबाधा की जो भी समस्याएँ है, दूर हो जायेगी |
स्नान के बाद पानी में देखते हुए ‘हरि ॐ शांति’ इस पावन मंत्र की एक माला करके वह पानी घर या जहाँ भी अशांति आदि हो, छिडक दे और थोडा बचाकर पी लें फिर देख लो तुम्हारा जीवन कितना परिवर्तित होता है |
🍃 आरोग्य संजीवनी ☘️
गंदगी को फ्लश ऑउट करता है काला नमक का पानी गंदगी को फ्लश ऑउट करने में मददगार है। ये एक ऐसा तत्व है जो कि शरीर में चिपके गंदगी को पानी से अलग करता है और फिर इसे फ्लश ऑउट करने में मदद करता है।
स्किन के लिए फायदेमंद काला नमक का पानी स्किन के लिए कई प्रकार से फायेदमंद है। ये पहले तो, स्किन में हो रही डैमेज गतिविधियों को कम करता है और खून साफ करने में मददगार है। इसके अलावा ये स्किन पोर्स को अंदर से साफ करता है और इसका निखार बढ़ाने में मददगार है।
नहीं होती कब्ज की समस्या काला नमक का पानी कब्ज की समस्या को कम करने में मददगार है। ये पेट को हेल्दी रखने के साथ पेट का मेटाबोलिक रेट बढ़ाने में मददगार है। इस तरह ये कब्ज की समस्या को कम करने के साथ बवासीर की समस्या को कम करने में मददगार है। तो, काला नमक को पानी में मिलाएं और इस पानी को पिएं। साथ ही खाली पेट भी आप इस पानी का सेवन कर सकते हैं।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
आजकल के जीवन में व्यक्ति दिनभर धन कमाने के लिए भागदौड़ करता है। दरअसल, जीवन के लिए धन की बहुत आवश्यकता होता है। इसलिए व्यक्ति धन कमाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। हमने भी अपनी नीतियों में धन को लेकर कई नीतियां बताई हैं। आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार, व्यक्ति को धन कमाने के चक्कर में तीन चीजों का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए वरना व्यक्ति कंगाल होने की कगार पर पहुंच जाता है। कहते हैं कि व्यक्ति के हाथ से पैसा चला जाए तो वह उसे दोबारा कमा सकता है लेकिन, व्यक्ति अगर धन कमाने के चक्कर में इन तीन चीजों का साथ छोड़ा देता है तो उन्हें वापस पाना मुश्किल हो जाता है।
परिवार का साथ के अनुसार, जब रिश्ते के बीच में पैसा आ जाता है तो वहां अहंकार और अहम जन्म ले लाता है। जिससे रिश्तों में दरार आनी शुरु हो जाती है। इसलिए परिवार से पहले कभी पैसों को तवज्जो नहीं देनी चाहिए। इसलिए कहते हैं पैसे आपके हमेशा साथ नहीं दे सकता है। जीवन में कभी भी ऐसी परिस्थिति आ सकती है जब परिवार ही व्यक्ति के काम आता है। इसलिए परिवार में पैसों से पहले रखना चाहिए। क्योंकि, रिश्तों की डोर टूट गई तो इसे दोबारा जोड़ा जा सकता है लेकिन, रिश्ते में आई दरार दोबारा जोड़ी नहीं जाती है।
धर्म का साथ के अनुसार, जहां धर्म, विद्या लक्ष्मी न हो वहां सकारात्मकता वास नहीं करती है। साथ ही ऐसे घर में व्यक्ति का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है। आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार धर्म रहित व्यक्ति शून्य के सामान है। इसलिए हम कहते हैं कि धर्म का त्याग नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति पैसों के लिए धर्म का साथ छोड़ देता है वह अपनी प्रतिष्ठा भी खो देता है। इतना ही नहीं जो व्यक्ति लालच करेगा वह अधर्म के रास्ते पर चलने लगता है।
आत्मसम्मान बनाए रखें कहते हैं आत्मसम्मान व्यक्ति की वह पूंजी है जिसे कभी भी खरीदा नहीं जा सकता है। धन तो व्यक्ति कमा लेता है लेकिन, आत्मसम्मान पाना बहुत मुश्किल है। कहते हैं खोए हुए धन को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है लेकिन, धन कमाने से कई ज्यादा कठिन है आत्मसम्मान पाना। हम कहते हैं पैसों के नशे में चूर व्यक्ति की तुलना में आत्मसम्मान से परिपूर्ण इंसान अधिक धनवान होता है।
•••••✤••••┈••✦👣✦•┈•••••✤•••••
⚜️ त्रयोदशी तिथि के देवता मदन (कामदेव) हैं। शास्त्रानुसार भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के पुत्र हैं भगवान कामदेव। कामदेव प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं। जिन पुरुषों अथवा स्त्रियों में काम जागृत नहीं होता अथवा अपने जीवन साथी के प्रति आकर्षण कम हो गया है, उन्हें आज के दिन भगवान कामदेव का उनकी पत्नी रति के साथ पूजन करके उनके मन्त्र का जप करना चाहिये। कामदेव का मन्त्र – ॐ रतिप्रियायै नम:। अथवा – ॐ कामदेवाय विद्महे रतिप्रियायै धीमहि। तन्नो अनंग: प्रचोदयात्।
आज की त्रयोदशी तिथि में सपत्निक कामदेव की मिट्टी कि प्रतिमा बनाकर सायंकाल में पूजा करने के बाद उपरोक्त मन्त्र का जप आपका वर्षों का खोया हुआ प्रेम वापस दिला सकता है। आपके चेहरे की खोयी हुई कान्ति अथवा आपका आकर्षण आपको पुनः प्राप्त हो सकता है इस उपाय से। जो युवक-युवती अपने प्रेम विवाह को सफल बनाना चाहते हैं उन्हें इस उपाय को करना चाहिये। जिन दम्पत्तियों में सदैव झगडा होते रहता है उन्हें अवश्य आज इस उपाय को करना चाहिये।
त्रयोदशी तिथि ज्योतिषशास्त्र में अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है। इस तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति महापुरूष होता है। इस तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान होता है और अनेक विषयों की अच्छी जानकारी रखने वाला होता है। यह व्यक्ति काफी विद्वान होता है तथा अन्यों के प्रति दया भाव रखने वाला एवं किसी की भी भलाई करने हेतु सदैव तत्पर रहने वाला होता है । इस तिथि के जातक समाज में काफी प्रसिद्धि हासिल करते ही हैं।