मरते दम तक कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे अरुण यादव : बोले- पार्टी नए लोगों को मौका देने के लिए दावेदारी वापस ली

दिग्गी ने कहा- खंडवा के लिए यादव सबसे बेहतर कैंडिडेट हो सकते थे, भाजपा के बड़े नेताओं मंत्रियों की मुझसे बात करने की हिम्मत नहीं
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन/सिलवानी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और निर्विवाद छवि के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को नये सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के किसी नेता में मुझसे बात करने की हिम्मत नहीं है। मैं एक निष्ठावान ईमानदार पार्टी का कार्यकर्ता हूं। मुझे इस बारे में कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है। मेरे पिताश्री स्व.सुभाष यादव मप्र के सहकारिता जगत के भीष्म पितामह रहे हैं। इसीलिए मरते दम तक मैं कांग्रेस के साथ गद्दारी नहीं कर सकता। मैं भी पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और आगे भी रहूंगा। मैंने पारिवारिक कारणों से खंडवा उपचुनाव में दावेदारी छोड़ी है। पार्टी जिसे चुनाव मैदान में उतारेगी, उसे जिताने के लिए काम करूंगा। इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अरुण यादव का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि खंडवा लोकसभा सीट पर यादव सबसे बेहतर उम्मीदवार हो सकते थे। यदि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं तो पार्टी जिसे मैदान में उतारेगी, उसके लिए काम करेंगे।
दरअसल, जोबट विधानसभा सीट से टिकट की प्रबल दावेदार सुलोचना रावत और उनके बेटे विशाल के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अरुण यादव पार्टी छोड़ सकते हैं। बाद में कांग्रेस की पूर्व विधायक सुलोचना रावत उनके बेटे ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इन अटकलों को बल इसलिए भी मिला, क्योंकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि यदि कोई नेता-कार्यकर्ता बीजेपी की विचारधारा के साथ देश की सेवा करना चाहता है तो उसका स्वागत है।
इस पर अरुण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हों या बीजेपी का कोई नेता, किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है। मैं 5 चुनाव लड़ चुका हूं। मेरा व्यक्तिगत मानना है कि नए लोगों को अवसर मिलना चाहिए। यदि नए लोगों को मौका नहीं मिलेगा तो पार्टी ‘सेना’ कैसे तैयार होगी?
अब खंडवा लोस क्षेत्र में कांग्रेस से राजनारायण सिंह को टिकट देकर उपचुनाव में उतारा ……
खंडवा बुरहानपुर लोस क्षेत्र से अब राजनारायण सिंह उम्मीदवार बना दिया है। क्योंकि यहां से अरुण यादव की चुनाव में अपनी दावेदारी छोड़ने के बाद अब खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस किसे मैदान में उतार दिया है । जबकि यहां से बड़वाह विधायक सचिन बिरला, निर्दलीय बुरहानपुर विधायक सुरेंद्र सिंह ठाकुर की पत्नी जय श्री ठाकुर, रवि जोशी ने दावेदारी जताई थी।रैगांव सीट में कल्पना वर्मा को मिला है टिकट
इसके अलावा कांग्रेस ने रैगांव सीट पर कल्पना वर्मा को टिकट दी है। जबकि दो नामों के पैनल में कल्पना के अलावा उषा चौधरी का नाम था। जानकारी के मुताबिक अब पार्टी ने कल्पना वर्मा के नाम पर हरी झंडी दे दी है। नामों का पैनल लेकर दिल्ली पहुंचे पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद एक एक नाम पर सहमति बना ली है।
कांग्रेस से जोबट विस क्षेत्र से जिला अध्यक्ष महेश पटेल पर खेला दांव
इस उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जोबट विधानसभा सीट से अलीराजपुर कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष महेश पटेल पर दांव लगाया है। पार्टी ने पटेल को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पटेल से पहले इस सीट पर सुलोचना पटेल प्रबल दाबेदार थी, लेकिन उनके बीजेपी में जाने के बाद महेश पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है। लेकिन हम आपको बता दें कि पृथ्वीपुर सीट पर वो पहले ही उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर चुकी है। पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेन्द्र सिंह राठौर को पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है।