मध्य प्रदेश

कागजों में स्वच्छता का दावा, हर गली, चौराहों पर गंदगी

रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन।
शहर में स्वच्छता को लेकर स्थिति ठीक नहीं है। इस स्थिति के लिए जितनी जिम्मेदार नपा है उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार आम नागरिक भी हैं। रायसेन शहर के सभी 18 वार्डों में कचरा गाड़ी जाती है। कभी कभार ही ऐसा होता है जब कचरा गाड़ी न जाए। वहीं कई वार्डों में समय की परेशानी भी है। कचरा गाड़ी सीमित होने के कारण वार्डों के कई हिस्सों का कचरा समय पर नहीं उठ पा रहा है।
कचरा फैलाने में आमजन भी लापरवाह…..,
रायसेन शहर में स्वच्छता को लेकर स्थिति ठीक नहीं है। इस स्थिति के लिए जितनी जिम्मेदार नपा है उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार आम नागरिक भी हैं। शहर के सभी वार्डों में कचरा गाड़ी जाती है। कभी कभार ही ऐसा होता है जब कचरा गाड़ी न जाए। वहीं कई वार्डों में समय की परेशानी भी है। कचरा गाड़ी सीमित होने के कारण वार्डों के कई हिस्सों में कई बार कचरा गाड़ी देरी से जाती है। लेकिन नपा लगातार कोशिश कर रही है। इसके बाद भी शहर में कई सार्वजनिक जगह कचरे के ढेर दिखाई देते हैं। हां नपा की यह गलती जरूर है कि नपा ने जहां कहीं से भी कचरे के ढेर लगे है उन्हें उठवाया नहीं है। जिससे शहर में कई जगह गंदगी दिखाई देती है। यह गंदगी शहर को स्वच्छता रैंकिंग में कई कदम नीचे ले आएगी। नपा परिषद इन्हें हटाने में रुचि नहीं दिखा रहा हैं। इसका खामियाजा रायसेन शहर में स्वच्छता अभियान की रफ्तार सुस्त हो गई है। इसका एक कारण यह भी है कि नपा के पास संसाधनों की कमी है। शहर के अलग-अलग वार्डों में लोगों ने रोड किनारे लगे कचरे के ढेर व गंदगी की सफाई नहीं होने की बात कही। लोगों का कहना है कि नगर पालिका में जब शिकायत करते हैं। इसके बाद ही सफाई कर्मचारी कचरा उठाकर ले जाते हैं। लोग मजबूरी में नहीं जानबूझ कर रोड किनारे ही कचरा डाल देते हैं। ऐसे में कचरे से बदबू आती है।
घूडे घरों की तोड़फोड़…..
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में साल दर साल पिछडऩे के बाद भी शहर में सुधार नहीं हो रहा। इसके तहत टीम की निगरानी कराने के साथ अन्य व्यवस्था जुटा रही है। नपा के इस सपने को इस बार भी वार्डो में चौराहे और सड़क किनारे पर लगे गंदगी के घूड़े तोड़ सकते हैं। नागरिक वार्डों में नियमित साफ सफाई करने की लगातार मांग कर रहे हैं तो नपा के अफसर अमला-संसाधन कम होने की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं।
कचरा गंदगी स्वच्छता अभियान को मुंह….,
मीडिया कर्मियों ने जब रायसेन शहर की हर गली चौराहा पर कचरा कूड़े का निरीक्षण कर जायजा लिया।तो स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान 2022 की हकीकत खुलकर सामने आ गई है।कचरे गंदगी की भरमार, कचरा स्वच्छता अभियान 2022 को मुंह चिढ़ा रहा है, नपा की कार्रवाई सिर्फ नोटिस तक ही सीमित है।
नपा परिषद ने पूर्व में सड़क पर गंदगी डालने वाले करीब 200 लोगों को नोटिस दिया था। नपा हर बार अभियान चलाकर शहर में लापवाही बरत रहे व घरों के बाहर गंदगी फेंक रहे लोगों पर कार्रवाई करने की बात कर रही है। नपा परिषद की यह कार्रवाई नोटिस और कभी कभार जुर्माने तक सीमित रहती है। सख्ती दिखाकर प्रयास किए जाएं तो माहौल बदल सकता है। शहर में हर कहीं कचरे के ढेर लगाकर लोग नए घूड़े बना रहे हैं। जिसने लोगों को परेशानी भी हो रही है।
इन जगह दिख रही गंदगी व कचरा…..
रायसेन सिटी के कोविड केयर सेंटर की गली, पुराना बस स्टैंड दुर्गा चौक महामाया चौक, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र रायसेन के सामने ,दौलत राम लोधी अंथाई मोहल्ला नरापुरा वार्ड 1 रायसेन के मकान के सामने मालीपुरा वार्ड 2 रायसेन, गंजबाजार वार्ड 8 रायसेन कई जगह इसी तरह के गंदगी के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैं।
लोगों ने कहा गंदगी की वजह
नागरिकों का कहना है कि इन स्थान में से कई जगह नियमित साफ-सफाई नहीं होती है। वहीं कई लोग डोर टू डोर कचरा वाहन गाड़ी में कचना न डालते हुए सड़क किनारे ही कचरा डाल देते हैं। यह गंदगी फैलकर पूरी सड़क पर पहुंच जाती है। शहर को स्थानीय नागरिक ही गंदा कर रहे हैं। वहीं नपा भी जिम्मेदारी नहीं उठा रही है। नपा यदि सख्त होकर काम करे तो ही इस समस्या से निजाद मिल सकती है।
एक नजर में ऐसे समझे क्या है स्थिति
रायसेन शहर आबादी 50 हजार से ज्यादा
कुल वार्ड संख्या-18
नपा के पास 200 सफाई कर्मचारी, 5 दरोगा,1 स्वच्छता निरीक्षक,1 स्वच्छता अभियान की नोडल अधिकारी
70 हाथ गाड़ी 16 डोर टू डोर वाहन
6 ट्रैक्टर-ट्राली, एक डंपर, एक बुलडोजर
22 टन प्रतिदिन निकलता है शहर में कचरा
इस संबंध में पीके साहू प्रभारी , सीएमओ रायसेन का कहना है कि शहर में गंदगी के ढेर कहा लगे हैं इसका निरीक्षण करवाते हैं। साथ ही जिन लोगों ने यह गंदगी की है उन पर चालानी कार्रवाई की जाएगी।

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