धार्मिकमध्य प्रदेश

देव उठनी ग्यारस से नहीं 19 नवंबर से बजेंगी शहनाइयां: नवंबर- दिसंबर में सिर्फ 15 मुहूर्त,

अप्रैल में केवल पांच दिन, लोगों ने मैरिज गार्डन धर्मशालाओं की बुकिंग शुरू की
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
इस साल देव उतनी एकादशी से विवाह की शहनाइयां नहीं गूँजेगीं।बल्कि 19 नवंबर से विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। धर्मशास्त्री पं. ओम प्रकाश शुक्ला, मुकेश भार्गव शास्त्री, राममोहन चतुर्वेदी का कहना है कि इन मुहूर्तों में जो लोग विवाह नहीं कर पाएंगे, उन्हें फिर एक माह तक इंतजार करना होगा।
पं. रामगोविंद शास्त्री, कृष्ण मोहन चतुर्वेदी का कहना है कि इन मुहूर्तों में जो लोग विवाह नहीं कर पाएंगे, उन्हें फिर एक माह तक इंतजार करना होगा।
विवाह मुहूर्तों के शुरू होने का है इंतजार…
दीपावली के बाद अब लोगों को विवाह मुहूर्त शुरू होने का इंतजार है। हालांकि इस बार मुहूर्त देव उठनी एकादशी से शुरू नहीं होंगे। विवाह की शहनाइयां 19 नवंबर से गूंजने लगेंगी। इस साल 13 दिसंबर तक कुल 15 दिन ही मुहूर्त है। इतने कम दिन मुहूर्त होने के कारण शहर में इस अवधि में जिले भर में करीब डेढ़ से दो हजार जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधेंगे, ऐसा पंडितों का अनुमान है। किन्ही कारणों से जो लोग अभी विवाह नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने आगामी 15 जनवरी 2022 से शुरू होने वाले मुहूर्तों में मैरिज गार्डन और धर्मशालाओं की अभी से बुकिंग शुरू कर दिया है।
विवाह मुहूर्त के 60 दिन…..
खास बात यह है कि नए साल 2022 में कुल विवाह मुहूर्त तो करीब 60 दिन मिलेंगे, परंतु शुरुआती महिनों में मार्च में एक भी मुहूर्त नहीं है, जबकि अप्रैल में केवल पांच दिन ही मुहूर्त होंगे। सर्वाधिक मुहूर्त मई व जून में रहेंगे। 19 नवंबर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे, जो 13 दिसंबर तक रहेंगे। इन दो माहों में विवाह के लिए कुल 16 दिन ही मुहूर्त है। इन मुहूर्त में शहर में करीब तीन हजार जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधेंगे। पंडितों के पास जोड़ों के कुंडली मिलान के लिए आने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कई लोगों ने तो मैरिज गार्डन की बुकिंग कराना भी शुरू कर दिया है। अभी विवाह नहीं तो महीने भर करना होगा इंतजार, 15 जनवरी से फिर मुहूर्त
पं. रामगोविंद शास्त्री का कहना है कि इन मुहूर्तों में जो लोग विवाह नहीं कर पाएंगे, उन्हें फिर एक माह तक इंतजार करना होगा। इसके बाद मुहूर्त आगामी नए वर्ष 2022 में 15 जनवरी से प्रारंभ होंगे, जो फरवरी तक रहेंगे। मार्च में मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसके बाद अप्रैल में केवल दूसरे सप्ताह से मुहूर्त प्रारंभ होंगे और वह भी केवल पांच दिन रहेंगे। इस कारण बहुत से परिवारों में विवाह योग्य युवक-युवतियों के विवाह इन दो माहों के मुहूर्त में ही किए जाने की तैयारियां की जा रही हैं।
विवाह मुहूर्त तिथियां एक नजर में….
नवंबर- 19, 20, 21, 26, 28, 29 और 30 नवंबर तक हैं। दिसंबर माह – 1, 2, 6, 8, 9, 11, 12 और 13 दिसंबर तक हैं। 2022 में 15 जनवरी से 22 फरवरी तक मुहूर्त रहेंगे। जनवरी-15, 20, 23, 24, 27, 28, 29 और 30 जनवरी तक हैं। माह फरवरी 5, 6, 11, 12, 18, 19, 22।इसके बाद मुहूर्त अप्रैल से जुलाई और फिर नवंबर और दिसंबर में रहेंगे।
देव उतनी ग्यारस पर तुलसी विवाह की परंपरा….
पंडित रमेश चन्द्र शास्त्री के अनुसार वैसे विवाह मुहूर्त 19 नवंबर से प्रारंभ होंगे। परंतु इसके पूर्व 15 नवंबर को देव उठनी एकादशी का दिन अबूझ मुहूर्त वाला होता है। हालांकि इस बार इस दिन विवाह नहीं होंगे। तुलसी- शालिगराम विवाह होगा। इसके बाद 19 से ही शहनाइयां बजेंगी। 19 नवंबर 2021 में सर्वाधिक विवाह होंगे। इस दिन अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। 8 दिसंबर में को भी बहुत विवाह होंगे। इसकी वजह इस दिन विवाह पंचमी रहेगी।
हाल व कमरों की बुकिंग ज्यादा
आगामी मुहूर्तों में विवाह को लेकर यद्यपि शासन की अभी कोई गाइड लाइन नहीं आई है। बावजूद इसके लोगों ने मैरिज हाल और धर्म शालाओं की बुकिंग कराना शरू कर दिया है। मैरिज गार्डन से जुड़े गौरव भोला चौबे का कहना है कि इस बार लोग गार्डन के साथ ही हॉल व कमरे अधिक बुक करा रहे हैं। इसकी एक वजह कम लोगों को बुलाया जाना है।

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