स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी की बदौलत गांव कस्बों में फैला झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल,
नूरगंज में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से चली गई युवक की जान, स्वास्थ्य मंत्री के रायसेन गृह जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों की लापरवाही के कारनामे उजागर
रिपोर्टर ; शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। जिले का उदयपुरा तहसील के कस्बा नूरगंज में झोलाछाप डॉक्टर ने ली एक युवक की जान। एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने से युवक की हुई मौत। शव के पीएम रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि हो जाने के बाद वह धड़ल्ले से अपना क्लीनिक चलाकर कमाई कर रहा है। मालूम हो कि रायसेन जिले के देहगांव ( देवनगर ), साँचेत, नरवर सिरसौदा, गढ़ी, गैरतगंज, नकतरा और चिकलोद सहित छोटे छोटे कस्बो में झोलाछाप डॉक्टर अपनी क्लिनिक की दुकान चला रहे हैं । साथ ही वह जमकर कमाई भी कर रहे हैं। सिलवानी, बरेली, मंडीदीप में तो 15-15 बेड के नर्सिंग होम बेख़ौफ़ चल रहे हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खत्री इन सारे मामलों में तमाशाबीन बनकर देख रहे है तमाशा। उनकी मनमानी कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवालिया निशान। आखिर कब होगी इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई या स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से झोलाछाप डॉक्टर करते रहेंगे लोगों की जान से खिलवाड़। वास्तव में यह बड़ा सवाल लोगों की जहन में कौंद रहा है।
कलेक्टर साहब जरा एक नजर इधर भी…..
आम नागरिकों ने इन नीम हकीम, झोलाछाप डॉक्टरों पर शिकंजा कसने के लिए बाकायदा शिकंजा कसने छापामार कार्रवाई करने का आग्रह कर रहे हैं। वह लोगों की सेहत से वास्तव में खिलवाड़ कर मरीजों का मर्ज बजाय ठीक करने के बिगाड़ देते हैं।इन पर लगाम कसना अब बेहद जरूरी है।