डॉ. राजा वख्शी पर लगे कुकर्म के आरोप पर स्वास्थ्य राजमंत्री विश्वास सारंग ने झाड़ा पल्ला
रिपोर्टर- पवन सिलावट बरेली।
बरेली। वैसे तो मध्यप्रदेश की सरकार बहन बेटियों के भाई और मामा की सरकार मानी जाती हैं । लेकिन जब कोई घटना घटती हैं तब यह रिश्ते चकनाचूर दिखाई देते हैं । कोरोना लॉकडाउन के बाद आज उदयपुरा विधानसभा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री विश्वास सारंग का द्वारा बरेली तहसील में हुआ था। जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़ी में पदस्थ डॉ. राजा वख्शी पर लगे कुकर्म के आरोप को लेकर राजमंत्री से पूछा गया तो उन्होंने झाला अपना पल्ला लिया।
डाँ. राजा बसीम बख्शी के ऊपर लगे आरोपो में वीएमओ डाँ.गिरीश वर्मा आए बचाब में
कोरोना संक्रमित होने पर बाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को खाना बनाने का काम करनी वाली शीलाबाई भी कोरोना संक्रमित हो गई और उसे इलाज के लिए भोपाल रिफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान जाँच में उसे चार- पाँच माह की गर्भवती पाया गया। लेकिन यह कैसे गर्भवती हुई परिजनों ने इससे साफ इंकार करते हुए डाँ. बख्शी को इस कुकृत्य का जिम्मेदार मानते हुए बताया कि डाँ. उसे नौकरी से निकालने की धमकी देता था। और बेटी खाना बनाने उसके घर भी जाती थी इसका जिम्मेदार बख्शी हैं उसे कड़ी सजा मिलना चाहिए।
पदस्थापना में भी घपला
डाँ.बख्शी की नियुक्ति गूगलबाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य में हुई थी और खंड चिकित्सा प्रभारी डाँ. गिरीश वर्मा ने अपनी मर्जी से डाँ.बख्शी को बाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कर दिया और उन्हें अस्पताल का प्रभारी बनाकर जिले की सबसे आय वाली रोगी कल्याण समिति का जमा लाखों रुपए का बंदरबांट किया । इस गंभीर प्रकरण में भी डाँ. गिरीश वर्मा द्वारा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लगाया एस्मा और कोविट 19 के नियमों की धज्जियाँ उडाते हुए उन्हें अवकाश पर आवेदन पास कर दिया वही जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश खत्री द्वारा बाड़ी से सिलवानी ट्रांसफर कर दिया गया । डीएनए टेस्ट भी बॉडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ना होकर बरेली सिविल अस्पताल में किया गया। डॉक्टर राजा बख्शी को बचाने के प्रयास जारी है।