मध्य प्रदेश

ईमानदारी आज भी जिन्दा है : एक रुपए की फुलकी बेचने वाले का ईमान ₹ 63000 हजार पर भी नहीं डिगा।

सिलवानी । आज के इस बेईमानी एवं धोखेबाजी के युग में अभी भी ईमानदारी जिंदा है सिलवानी क्षेत्र के एक बहुत ही छोटे से फुलकी विक्रेता दुकानदार पिंटू प्रजापति ने ईमानदारी की मिसाल कायम की । जहां एक ओर पैसे एवं जमीन जायदाद के लिए भाई भाई का खून कर देता है, वही आज पिंटू प्रजापति ने कृष्णकुमार गौर एवं के.वी. गौर ग्राम रम्पुरा कला तहसील सिलवानी पिंटू प्रजापति के ठेला पर फुल्की खाने के लिए आए हुए थे ।अपने पास एक झोला रखा हुआ था उसमें ₹63000 हजार रखे थे। वह दुकान पर रख कर भूल गये एवं फुल्की खाने के तुरंत बाद वह वहां से चले गए। इसके बाद जैसे ही पिंटू की नजर झोले पर पड़ी तो उन्होंने उठाकर देखा जिसमें कुछ नगद राशि रखी हुई थी उन्होंने आसपास देखा लेकिन तब तक वह वहां से जा चुके थे। कुछ देर इंतजार करने के बाद वह रूपपों से भरा हुआ थैला थाने लेकर पहुंच गए एवं वह राशि थाने में जमा करवा दी कुछ देर बाद दोनों फुलकी के ठेला पर वापस आए। पिंटू ने बोला कि आपके द्वारा जो राशि छोड़ी हुई थी वह थाने में जमा करा दी है। वह पिंटू को साथ लेकर थाने पहुंचे एवं उनको वह राशि सौंप दी ईमानदारी की इस मिसाल को देखकर दोनों बहुत गदगद हुए एवं उन्होंने पिंटू को कोटि सह धन्यवाद दिया। पिंटू के द्वारा किए गए इस कार्य की चारों ओर भूरी- भूरी प्रशंसा हो रही है । इसमें भगवानदास विश्वकर्मा जो की फुल्की खाने के लिए आया था उसकी भी अहम भूमिका रही।

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