मानवता हुई शर्मसार सफेद कपड़े में लपेटकर 2 दिन की मासूम को निर्दयी मां ने बायपास के जंगल में फेंका
दुनिया देखने के पहले ही छीन ली मासूम की सांसें: जहां मिली मासूम वहां रहता है तेंदुए का मूवमेंट
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। रायसेन में शुक्रवार को मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई। भोपाल-विदिशा बायपास पर झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची की अस्पताल में उपचार के बाद मौत हो गई। बच्ची के जंगल में पड़े होने की सूचना पर डायल – 100 पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया, लेकिन वे उसे बचा नहीं पाए। बच्ची को जिस जगह पर फेंका था। उस जगह वन विभाग ने तेंदुए से सावधान रहने वाला बोर्ड भी लगा रखा है।
2 दिन पहले हुआ बच्ची का जन्म.
शुक्रवार सुबह एक व्यक्ति ने डायल – 100 पर सूचना दी कि बायपास पर झाड़ियों में कपड़े में लिपटा हुआ कुछ पड़ा है। मौके पर पहुंची एसआई त्रिशला मित्तल और हेड कांस्टेबल संतोष ने झाड़ी में पड़े सफेद कपड़े को हटाया तो नवजात बच्ची नजर आई। वे उसे जिला अस्पताल ले आए। जहां पर डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची का जन्म दो दिन पहले हुआ होगा। कोतवाली थाना प्रभारी आशीष सप्रे ने बताया बच्ची बायपास रोड पर मिली थी, जिसकी मौत हो गई है। मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
मां बाप ने उसे अस्वीकार कर दिया
ऐसी संभावना जताई गई है कि लड़की होने के कारण मां-बाप ने उसे अस्वीकार कर दिया। शायद यही वजह है कि नवजात को जंगल में फेंक गए। जिस जगह पर बच्ची को फेंका गया था। उस जगह तेंदुए का मूवमेंट रहता है क्षेत्र में वन विभाग ने तेंदुए से सावधान रहने का बोर्ड भी लगा रखा है।