नर्सों की चिलचिलाती 43 डिग्री धूप में अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी, प्रदेश की शिवराज सरकार पर साधा निशाना
शिवराज सरकार वादा निभाओ, होश में आओ होश में आओ, नर्सों की हड़ताल को कांग्रेस पार्टी, जन कल्याण विकास समिति रायसेन ने दिया समर्थन
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। नर्सेस एसोसिएशन मप्र के प्रांत व्यापी आव्हान पर जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल परिसर में 2 जुलाई से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर बैठी हुई हैं। रविवार को दोपहर 43 डिग्री की तेज चिलचिलाती धूप में करीब एक सैकड़ा नर्सें तंबू तानकर नारेबाजी करती नजर आईं।धरना प्रदर्शन और अनिश्चित कालीन हड़ताल नर्सेस एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष ममता मांझी के नेतृत्व में लगातार जारी है।
रविवार को दोपहर नगर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, विकास शर्मा, राजू माहेश्वरी, दौलत सेन गुड्डू राइन, अफसर खान गुड्डा बघेल समर्थन देने पहुंचे। वहीं जन कल्याण विकास समिति रायसेन के जिलाध्यक्ष संघर्ष कुमार शर्मा ने भी लेटर हेड पर नर्सों की अनिश्चित कालीन हड़ताल को समर्थन दिया है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिन नर्स बहनों ने भीषण गर्मी में डॉक्टरों की टीम के साथ न बल्कि पसीना बहाकर जान जोखिम में डालकर परिवार से दूर रहकर पूरी लग्ननिष्ठा के साथ फर्ज निभाया है।प्रदेश सरकार ने उन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा देने की कोरी घोषणा की। लेकिन वायदा नहीं निभाया। यह प्रदेश की शिवराज सरकार की दो मुंही नीति चाल चरित्र चेहरे को उजागर कर रही है।
धरने में कीर्ति जोशी, संगीता बरखने, रेहाना खान, रेखा परमार, सुरेखा, दिव्या, शर्मीला, विद्या रानी, ज्योति आदि बैठीं। इसके पूर्व नर्सों ने सिविल सर्जन डॉ ए.के. शर्मा, आरएमओ डॉ वी.के. परमार को ज्ञापन देकर 2 जुलाई से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इधर जिला अस्पताल की 100 नर्सों के अनिश्चित कालीन धरना पर चले जाने के बाद से ही जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई हैं। मरीजों की इंजेक्शन मरहम पट्टी से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महरूम होना पड़ रहा है।
ये 12 सूत्रीय मांगें हैं नर्सों की….
*उच्च स्तरीय वेतनमान सेकंड ग्रेड अन्य राज्यों की तरह मप्र में भी नर्सों को दी जाएं।
*पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
*कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ ही राष्ट्रीय पर्व15 अगस्त के गरिमामय आयोजन में राष्ट्र कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए।
*कोरोना काल में शासन स्तर पर अभी तक जितनी भी घोषणाएं की लेकिन उन पर कोई अमल नहीं किया गया है।ये बड़े ही शर्म और ताज्जुब की बात है। कोविड 19 में नर्सों को कोरोना योद्धा से सम्मानित करते हुए अग्रिम दो वेतन वृद्धि का लाभ उनकी सैलरी में जोड़ा जा ए।
*मेल नर्स की भर्ती की जाए।
*2018 के आदेश भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70-80 और 90 फीसदी का नियम लागू किया जाए।प्रतिनियुक्ति समाप्त कर प्रक्रिया शुरू की जाए ।
विकास शर्मा युवक कांग्रेस नेता रायसेन का कहना है कि सुविधाओं के नाम पर सिर्फ लॉलीपाप नर्सों को उनकी सुविधाओं, वेतन भत्तों के नाम पर शिवराज सरकार सिर्फ लॉलीपॉप दिखा रही है। जिले के सिर्फ दो डॉक्टरों को तो स्वास्थ्य मंत्री ने सम्मानित कर उनकी पीठ थपथपा दी लेकिन जिन नर्स बहनों ने कोरोना काल में ड्यूटी जान जोखिम में डालकर संक्रमित मरीजों की अस्पताल में सेवा भावना से की। सरकार को उनका भी कोरोना योद्धा अवार्ड से आखिर सम्मानित नहीं किया।
ममता मांझी अध्यक्ष नर्स यूनियन रायसेन का कहना है कि सरकार हमारी जायज मांगें मानें, प्रदेश सरकार को चाहिए कि हमारी सालों से लंबित 12 सूत्रीय मांगों को पूरा किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी 12 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होतीं उनकी अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगी।