पच्चीस वर्षों का टूटा रिकॉर्ड उमारियापान में नहीं हुआ पोस्टमार्टम
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया उमरिया पान।
उमरिया पान। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्था के चलते लोगों का सही तरह से उपचार नहीं किया जाता। इलाज करवाने वाले मरीजों को पर्ची लिखकर बाहर से दवाइयां लाना पड़ता है क्योंकि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उमरिया पान में पदस्थ डॉ मनोज पसारे के द्वारा कहा जाता है कि यह दवाइयां यहां उपलब्ध नहीं है आप बाहर के मेडिकल स्टोर से लेकर आए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उमरिया पान में अव्यवस्था के चलते मरीजों का उपचार ना होना और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को स्वास्थ्य व्यवस्था के तरफ ध्यान ना देना समझ से परे है। अभी हाल ही में 25 सालों का रिकॉर्ड नवागत बीएमओ डॉ की नादरशाही के चलते नहीं हुआ पोस्टमार्टम भेजा मेडीकल कॉलेज जबलपुर। ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पिडरई गांव के समीप जंगल में बुधवार को एक नर कंकाल मिला जिसकी जानकारी लगते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई मौके पर पुलिस के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण नर कंकाल देखने को जंगल पहुंच गए थाना प्रभारी अर्चना सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के पिन्डरई के जंगल में नर कंकाल मिलने की सूचना ग्रामीणों से मिली नर कंकाल की शिनाख्त पिन्डरई निवासी महेंद्र चौधरी पिता तुहीराम उम्र 35 वर्ष के रूप में युवक की पहचान पेन्ट चप्पल से की गई । युवक के परिजनों ने बताया कि 14 जुलाई को दोपहर घर से गुटका लेने के लिए घर से निकला था जिसकी खोजबीन की गई लेकिन जब आसपास नहीं मिला तो दूसरे दिन ढीमरखेड़ा थाना में गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी । जिसका नरकंकाल 27 जुलाई को दोपहर में मिला जिसका नरकंकाल को उमारियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया लेकिन उमारियापान में पदस्थ बीएमओ डाक्टर सुनील पाराशर के द्वारा पोस्टमार्टम नहीं किया गया नरकंकाल को मेडिकल जबलपुर भेजा गया । वहीं क्षेत्र के नागरिकों ने बताया कि 25 से 30 वर्षों से उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पोस्टमार्टम घर बना है जिसका रिकॉर्ड आज टूट गया । वहीं गरीब परिवार होने के कारण दो बजे किसी अन्य वाहन से जबलपुर ले जाया गया। ग्रामीणों ने ऐसे तानाशाही बीएमओ डॉ सुनील पाराशर को हटाने की कलेक्टर सीएमओ से मांग की है।