थोड़ी राहत: 7 वस्तुओं के वायदा कारोबार पर रोक से सोयाबीन के भाव 100 रु. तक गिरे, तेल भी 5 रु. प्रति लीटर सस्ता,
सोयाबीन, सरसों, मूंग, गेहूं, चना सहित सात वस्तुओं के वायदा काराेबार पर लगाई गई है रोक
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। तेल-तिलहन और दालों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 7 वस्तुओं के वायदा कारोबार पर रोक लगाने के आदेश जारी किए। इससे धान (गैर बासमती), मूंग, गेहूं, सोयाबीन, सरसों सहित चना व वायदा कारोबार पर रोक लग गई है।प्रदेश सरकार के आदेश जारी करने के बाद से बाजार पर इसका असर नजर आने लगा है। बाजार के साथ मंडियों में खाने के तेल सहित सोयाबीन, गेहूं के भाव गिरना शुरू हो गए। जिससे अब लोगों को राहत मिलने लगी है। वहीं व्यापारियों को कहना है कि सरकार के इस फैसले से आगे खाद्यान्नों के भावों में मंदी रहेगी और लोगों को आगे भी महंगाई से राहत मिलेगी।
सोयाबीन के दामों का रिकॉर्ड, 6500 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका था….
मंडी के युवा अनाज व्यापारी मनोज सोनी, मनोज राठौर ने बताया कि अब तक मंडी में सोयाबीन और बाजार में सोयाबीन के तेल के भाव नए रिकॉर्ड बना रहे थे।सोयाबीन 6500 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका था। महंगाई बढ़ रही थी और लोगों के किचन का बजट गड़बड़ा रहा था।
ऐसे में भाव पर लगाम लगाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही थी। बावजूद खाने के तेल के भाव नीचे नहीं आ रहे थे। वहीं, सोयाबीन के भाव नए रिकॉर्ड बना रहे थे। अब दाम में काबू पाने के लिए सरकार ने तेल सहित अन्य 7 सामग्री के वायदा कारोबार पर ही रोक लगाई है। जिससे दाम नियंत्रण में दिखने लगे हैं। गल्ला व्यापारी मिथलेश सोनी के अनुसार शुक्रवार को सोयाबीन के दाम 6050 रुपए रहे।
दो दिन में बाजार पर पड़ा असर…..
पहले सोयाबीन का तेल 135 रुपए लीटर मिल रहा था जो अब 130 पर आ गया है।इसी तरह सोयाबीन के भाव 3300 से 6500 रुपए चल रहे थे।जो 3250 से 6050 रुपए पर आ गए। गेहूं 1927 से 2230 रुपए बिक रहा था, जो 1903 से 2197 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
दो दिन में बाजार पर पड़ा असर….
पहले सोयाबीन का तेल 135 रुपए लीटर मिल रहा था जो अब 130 पर आ गया है।इसी तरह सोयाबीन के भाव 3300 से 6500 रुपए चल रहे थे, जो 3250 से 6050 रुपए पर आ गए। गेहूं 1927 से 2230 रुपए बिक रहा था।जो 1903 से 2197 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
जनता को बड़ी राहत मिली है, सप्लाई सुधरेगी….
थोक किराना व्यापारी अनिल चौरसिया, बंटी राठी ने बताया वस्तुओं के वायदा पर रोक लगाने से जनता को बड़ी राहत मिली है। भाव में मंदी आने लगी है। सरकार के इस फैसले से आगे भी भावों में मंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले से जनता व व्यापारियों को फायदा है। इससे सप्लाई में आसानी होगी। सरकार ने बाजार के लिए अच्छा फैसला लिया है। इससे महंगाई कम होगी।