बात परंपरा की : शुभ संयोग शुरू, अश्विन माह में 14 दिन रहेंगे तीज त्याेहार
15 अक्टूबर को दशहरा पर्व, 20 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा, 24 अक्टूबर को करवा चौथ व 28 अक्टूबर को होगा गुरु पुष्य नक्षत्र।
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन शहर सहित जिले भर में घटस्थापना के साथ शुुरू हुई धूम।शारदीय नवरात्रि का आराधना उत्सव 14 अक्टूबर तक चलेगा। 15 अक्टूबर शुक्रवार को दशहरा पर्व धूमधाम के साथ मनेगा। इसके 5 दिन बाद 20 अक्टूबर बुधवार को शरद पूर्णिमा, महर्षि बाल्मीकि जयंती मनेगी। 24 अक्टूबर को महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखेंगी। धर्मशास्त्री पंडित ओमप्रकाश शुक्ला सौजना, राममोहन चतुर्वेदी, मुकेश भार्गव ने बताया इस आश्विन माह में 14 दिन से ज्यादा तीज-त्योहार रहेंगे। तीज-त्योहार के साथ ही इन दिनों में कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। जिनमें वाहन, जमीन, फ्लैट और सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ होगा।
बाजार में बढ़ी रौनक….
नवरात्रि पर्व की शुरुआत के साथ ही बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है। दुकानाें पर भी ग्राहकाें की भीड़ बढ़ने लगी है। शहर के मेन मार्केट गंज बाजार क्षेत्र में स्थित कपड़ा, किराना, बर्तन, ज्वैलरी की दुकानाें पर ग्राहकाें के आने से राैनक दिखाई देने लगी है। लोगों ने गृह प्रवेश, नवीन प्रतिष्ठानों के साथ पिछले 15 दिनों से रुके शुभ कार्य करना शुरू कर दिए हैं।
घर दुकानों में साफ सफाई शुरू….
साथ ही दीपावली की तैयारियों को लेकर घर दुकानों में साफ-सफाई और पुताई शुरू कर दी है। जिससे बाजार में ग्राहक आने के साथ खरीदारी करने लगे हैं। वहीं नवरात्रि पर्व में कई लोगाें द्वारा इंगेजमेंट व फलदान कार्यक्रम किए करने लगे हैं, जिससे बाजार में कपड़ों और सोना-चांदी की खरीदी शुरू हो गई है।
लगातार चलेगा तीज त्याेहार का दाैर…..
‘ 14 अक्टूबर : दुर्गा महानवमी पर भी कुलदेवी की पूजा होगी। कन्या पूजन कर भोजन भी कराया जाएगा ।
. 15 अक्टूबर : विजयादशमी। इस दिन शस्त्र और शमी पूजन किया जाएगा। इस दिन देवी दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाएगा।
16 अक्टूबर : पापांकुशा एकादशी आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
, 17 अक्टूबर : प्रदोष व्रत – शिवजी की पूजा की जाएगी।
• 19 अक्टूबर : शरद पूर्णिमा व्रत मंगलवार को शरदोत्सव मनाया जाएगा। रात को खीर या दूध रखा जाएगा।
20 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती।
21 अक्टूबर : सुबह तुलसीजी की पूजा की जाती है। विष्णु भगवान की पूजा होगी।
• 24 अक्टूबर : करवा चौथ, संकष्टी चतुर्थी महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करेंगी। चंद्रमा के दर्शन कर पति के हाथों से जल ग्रहण करेंगी।