लाखों की नल जल योजना पर पानी फेरने में अमादा ठेकेदार पांच वर्ष बाद भी पूरा नहीं हुआ कार्य, जनता परेशान
ग्राम प्रधान सहित ग्रामवासी पहुंचे कलेक्टर जनसुनवाई में
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत उमरियापान में वर्ष 2016 में 52.76 लाखत की लागत से नल जल योजना स्वीकृत की गई थी जिसमें पंचायत को 3 प्रतिशत की राशि पीएचई विभाग को दी जानी थी जिसका भुगतान पंचायत द्वारा एफडीआर के माध्यम से कुल राशि 1,58,280/- रूपये का भुगतान दिनांक 10.06.2017 को कर दिया गया है इसके बाद भी पीएचई अधिकारियों की लापरवाही से उक्त कार्य आज दिनांक पूर्ण नहीं हो पाया जिससे ग्रामवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि उक्त नल जल योजना में 2300 मीटर पाईप लाईन तथा 4 टयूबैल का कार्य होना था लेकिन वर्तमान समय में ठेकेदार द्वारा मात्र 400 मीटर लाईन बिछाई गई है और 3 टयूबबैल का खनन किया गया है। बाकी का अभी भी अपूर्ण है इसके बाद भी पीएचई विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार को पूर्ण भुगतान कर दिया गया है। वहीं जानकारी यह भी मिली है कि बिना कार्य के जो भुगतान किया गया है उसमें कटनी मुख्यालय में बैठे एक बड़े अधिकारी की कृपा रही है। बहरहाल उक्त कार्य नियम विरूद्ध है क्योंकि जब मौके पर ठेकेदार ने संबंधित कार्य को पूर्ण ही नहीं किया तो उसका भुगतान पीएचई द्वारा कैसे किया गया यह अपने आप में बड़ा प्रश्र है?
उमरियापान सरपंच ने बताया कि 5 वर्ष की अवधि के बाद भी उक्त कार्य पूर्ण नहीं हो सका जिससे ग्रामवासियों को पीने के पानी की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है और इस संबंध में पीएचई विभाग के अधिकारियों सहित अन्य जिम्मेदारों को अवगत कराया गया और लिखित रूप से भी कई पत्राचार किये गये लेकिन भ्रष्टाचार की लूट में पीएचई के अधिकारी ऐसे अंधे हो गये कि उन्हें इससे भी मतलब नहीं रहा और उन्होंने नियम विरूद्ध तरीके से ठेकेदार का भुगतान कर दिया।
जनसुनवाई में उपस्थित ग्रामवासियों ने बताया कि इस संबंध में सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायत की गई लेकिन आज तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं हुई है और विभागीय अधिकारियों की करतूतों से उक्त शिकायतें में ठेकेदार को क्लीनचिट देकर मामला हर बार रफा-दफा कर दिया जाता है। वहीं जब इतना करने के बावजूद भी ठेकेदार की कार्य प्रणाली में सुधार नहीं आया तो पंचायत के द्वारा 30 जुलाई.2020 को पुन: पीएचई विभाग कटनी को पत्र क्रमांक- 13/2020 के माध्यम से निवेदन किया गया कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा उक्त कार्य की ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। लिहाजा उसका भुगतान न किया जाये और भुगतान करने से पहले पंचायत का अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाये इसके बाद भी जिम्मेदारों ने नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदार का भुगतान कर दिया। जबकि भुगतान के पहले पंचायत से एनओसी लेना आवश्यक था। लेकिन मुख्यालय में बैठे अधिकारियों ने ऐसा करना उचित नहीं समझा अपने नियम विरूद्ध तरीके से कमीशन के चक्कर में ठेकेदार को लाभ पहुंचाया गया। मंगलवार को कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची ग्राम प्रधान सहित ग्रामवायियों ने कलेक्टर को उक्त समस्या से अवगत कराया है। इस दौरान ग्रामवासी उपस्थित रहे।