मध्य प्रदेश

खून के आसू रूला रहा, विद्युत विभाग दिनभर लाईट हो रही बंद, अधिकारी मस्ती में मस्त

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, रायसेन।
उमरियापान । लंबे समय से विद्युत मंडल की लापरवाही से उमरियापान सहित आसपास के गांवों के ग्रामवासी भुगत रहे है और वर्तमान में हालात यहां तक पहुंच गये है कि पूरे दिन लाईट बंद रह रही है और रात में भी कटौती की जा रही है जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन मस्ती में मस्त बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को इससे कोई मतलब नहीं है और यदि ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना जिम्मेदारों की दी जाती है तब भी उनके द्वारा लाईट चालू नहीं की जाती।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली आपूर्ति का ढिढ़ोरा पीटा जा रहा है लेकिन धरातल में उसकी क्या स्थिति है यह किसी से छुपा नहीं है और महज 10 से 12 घंटे की ही बिजली आपूर्ति की जा रही है और दूसरी ओर सरकार सहित बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शासन को कागजों के घोड़े दौड़कर दिखा रहे है कि सब कुछ ठीक चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान समय में अधिकांश घर पानी आपूर्ति के लिये पंचायत पर निर्भर है या फिर घर पर टयूबैल के माध्यम से पानी प्राप्त हो रहा है लेकिन बिजली विभाग द्वारा मनमाने तरीके एवं बिना सूचना के विद्युत आपूर्ति बाधित कर दी जाती है जिससे भारी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
मेंटनेंस का बना देते हैं बहाना
यह समझ से परे है कि जब विद्युत विभाग द्वारा मानसून आने से पूर्व ही मेंटेनेंस किया जाता है तो बिजली की आंख मिचोली की यह समस्या क्यों आती है कि बार.बार लाइट बंद करना पड़ रही है। कभी-कभी स्थिति यह निर्मित हो जाती है कि यदि ग्रामीण क्षेत्र के ट्रांसफार्मर जल जाए तो कई हफ्तों तक नहीं बदले जाते और ग्रामीण अंधेरे में अपना जीवन गुजारने पर विवष होते हैं। इस बीच बिजली ना होने से ग्रामीणों का जीना दूभर हो जाता है और लगातार संबंधित विभाग को शिकायत की जाती है लेकिन वहां पर भी उनकी सुनवाई नहीं होती कर्मचारी अपने मन मुताबिक काम करते हैं।
बार-बार ट्रिपिंग से उपकरण हो रहे खराब
लोगों में आक्रोश इस बात को लेकर भी फैल रहा है कि बार-बार ट्रिपिंग से जहां कामकाज प्रभावित होता है वहीं बिजली उपकरण भी खराब हो हो रहे है। थोड़ी-थोड़ी देर में बिजली चालू और बंद होने से सबसे ज्यादा असर टीवी, फ्रिज, कम्प्यूटर, लेपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों पर पड़ता है और ये उपकरण जल्द ही खराब हो जाते है।

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