अन्नदाताओं के साथ गबन का मामला, सहकारी समिति खरगोन के प्रबंधक ने की जालसाजी
50 से ज्यादा किसानों की राशि लोन की वसूली पर खाते में जमा नहीं की, बरेली एसडीएम से किसानों ने की शिकायत, मामले की जांच शुरू
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। जिले की बरेली तहसील मुख्यालय के नजदीक कृषक सेवा सहकारी समिति खरगोन के प्रबंधक प्रमोद आचार्य द्वारा 50 से ज्यादा किसानों के साथ गबन का मामला सामने आया है। इन अन्नदाताओं ने अपनी लोन की रकम समिति प्रबन्धक प्रमोद आचार्य के पास जमा की । प्रबन्धक ने इन किसानों को रसीदें भी दीं। पर उनके खातों में वह किस्त की रकम जमा नहीं की गई। जिससे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कुल मिलाकर वह लाखों की मोटी रकम समिति प्रवन्धक आचार्य की जेब में चली गई। इस मामले की शिकायत परेशान किसानों ने एसडीएम बरेली को की गई है।कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से भी की है। कलेक्टर भार्गव ने अधिकारियों की जांच समिति बना दी है। मामले की जांच बड़े पैमाने पर प्रारंभ हो गई है।
चैनपुर सोसाइटी में भी घोटाला, कलेक्टर से की शिकायत उठाई जांच की मांग
बाड़ी के नजदीक चैनपुर सोसाइटी में भी किसानों के साथ खाद बीज कीटनाशक दवाओं के लोन में समिति प्रबन्धक द्वारा घोटाला कर किसानों की राशि हजम कर ली है। इसी तरह किसानों की लाखों रुपये की रकम लोन की हड़प कर ली है। लेकिन उनके खातों में रसीदें देने के बाद जमा नहीं की है। बरेली एसडीएम और किसानों द्वारा शिकायत के बावजूद समिति प्रबंधक पर कोई आंच नहीं आई है।जिससे समिति प्रबन्धक के हौसले बुलंद हैं किसान परेशान हो भटक रहे हैं।
इधर चहेते किसानों को दे रहे खाद….
जिले की नरवर, मुड़ियाखेड़ा, दीवानगंज, खरबई बीदपुरा सोसाइटी प्रबंधक द्वारा अपने चहेते बडे किसानों को ही यूरिया, डीएपी, पोटाश खाद, बांटी जा रही है। छोटे मंझोले किसानों को खाद के लिए भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस मामले की शिकायतें परेशान किसानों ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, को-ऑपरेटिव बैंक के सीईओ एमयू सिद्दीकी रायसेन से की है। नरवर सोसाइटी प्रबन्धक संतोष साहू पर किसानों ने मनमानी और चहेतों किसानों को खाद वितरित किए जाने के आरोप लगाया है। किसानों का कहना था कि समिति प्रबंधक संतोष साहू का मनमानी पूर्ण रवैये से तंग आ चुके हैं। वह धमकी दे रहे हैं कि चले जाओ यहां से मैं किसी से बिल्कुल नहीं डरता। कलेक्टर और केंद्रीय सहकारी बैंक महाप्रबंधक सिद्दीकी शिकायत कर दो मेरी एप्रोच सत्ताधारी शिव सरकार मंत्रियों नेताओं से हैं। मैं उनका ही दूसरे जिलों में तबादला करवा दूंगा।