इस बार किसान सोयाबीन की जगह उड़द मूंग की कराएं बोवनी- कृषि वैज्ञानिक डॉ स्वप्निल दुबे
कम पानी और कम अवधि की फसल बुआई दी जा रही सलाह
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। कृषि महकमे सहित कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खरीफ सीजन में कम लागत कम अवधि की किसानों को फसल बुवाई की सलाह दी जा रही है।किसान प्रेरित होकर फसल बुवाई में जुटे हुए हैं। मालूम हो कि जिले में पिछले एक पखवाड़े से तहसील गैरतगंज, बेगमगंज सिलवानी सांची देवरी में 22.4 मिमी फिलहाल बारिश हो चुकी है। जिससे खेतों में खड़ी फसलों को काफी हद तक जीवनदान मिल गया है।
कृषि विभाग के मौसम विभाग डॉ एसएस तोमर से मिली जानकारी के मुताबिक रायसेन जिले में 20 जुलाई तक 310.7 मिमी बारिश हो चुकी है।जो पिछले साल की तुलना में अभी तक यह बरसात कम ही हुई है। खरीफ सीजन की फसलों की बंपर पैदावार बढ़ाने के लिए 15 दिनों के भीतर अन्नदाता बुआई करवा लें। इन फसलों की बुआई के लिए 150 से 200 मिमी बारिश की आवश्यकता होती है।
कृषि वैज्ञानिकों ने दी किसानों को सलाह…..
नकतरा कृषि विज्ञान केंद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ स्वप्निल दुबे ने बताया कि अन्नदाता कम समय में कम अवधि की फसलें सोयाबीन की जगह मूंग और उड़द फसलों की बुवाई कराएं। क्योंकि अब सोयाबीन की बोवनी के लिए समय बीत चुका है। अधिकांश जिले के किसानों ने पूसा धान की रोपाई समय पर करवा दी है। किसान खेतों में खड़ी सोयाबीन की फसल की सुरक्षा के लिए फसलों में डोरा डालकर कुल्फा से नियंत्रित करें।
किसानों को दी यह सलाह…..
- कम अवधि की उड़द की उन्नत किस्म पीयू-30 ,पीयू 35 ,इंद्रा उड़द -1
*कम समय में मूंग की उन्नत तकनीक की फसल आईपीएल 2005 -शिखा पीडीएम-149 की बोवनी कराएं। - जिन क्षेत्रों में सोयबीन अरहर उड़द मकका की बुआई हो चुकी है।
इस संबंध में डॉ स्वप्निल दुबे वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक कृषि सेवा विज्ञान केंद्र नकतरा का कहना है कि किसान भाई खरीफ सीजन की फसल बुआई के दौरान,फसलों को कीट व्याधि से बचाने के लिए सोयाबीन की फसल को कीट व्याधि से बचाने के लिए गार्टल बीटल और तना मखियों के लिए उपयुक्त तरीक़े से कीटनाशक दवा का छिड़कव करें।
मूंग उड़द की फसल को कीट व्याधि से बचाने के लिए कीट नाशकों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।