टोल टैक्स तो वसूल रहे पर सुविधाएं नहीं दे रहे
सर्विस रोड क्यों बनाया जाना है जरूरी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। सेहतगंज भोपाल रोड़ पिपलखिरिया राजीवनगर में टोल टैक्स नाका का ठेका 2 साल के लिए एक ठेकेदार को शासन द्वारा दिया गया है। इस व्यस्त नेशनल हाईवे 46 की शहरी सीमा में सर्विस सड़क इसलिए बनाई जाती है कि आसपास के एरिया में जो वाहन या लोग जा रहे हैं। वे मुख्य सड़क में न जाएं। किसी भी तरह से मुख्य सड़क पर तेज गति से जो ट्रैफिक संचालित हो रहा है। उस पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़े।नगरीय हिस्से के वाहन इसी सड़क का उपयोग न करें।
टोल तो ले रहे पर सेवा नहीं देते….
वाहन चालकों, आम लोगों का कहना है कि एनएचएआई हाइवे पर चलने वाले वाहनों से टोल टैक्स नाके के अधिकारी कर्मचारी टैक्स की वसूली कर रहे हैं। किंतु सेवाएं देने में कंजूसी कर रहे हैं। नियम यही कहता है कि हाइवे की सडकों में गड्ढ़े न हों। सड़क अच्छी क्वालिटी बेहतर हो। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि किसी तरह से अतिक्रमण से सड़क पर ट्रैफिक सिस्टम प्रभावित न हो। सड़क हादसों के लिए खतरा न रहे। अगर यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी होती है तो उनका समाधान करना एनएचएआई के अधिकारियों की ड्यूटी है। लेकिन अभी सर्विस रोड पर जगह जगह कब्जे बता रहे हैं।इससे साफ जाहिर होता है कि एनएचएआई के अधिकारी खुद लोगों, वाहन चालकों को हादसों का शिकार होने के लिए झोंक रहे हैं। उनको सुधार करने की बेहद जरूरत है।
क्या बोलते हैं ज्यादातर वाहन चालक
हाइवे के टोल टैक्स नाके से गुजरने वाले ड्राइवर सतवीर सिंह सरदार, परमजीत सिंह कौर, दलजीत सिंह जाट, प्रेम सिंह ठाकुर, प्रभु लाल पटेल, हरि किशन यादव, विजय यादव, राजा योगी, शफीक मोहम्मद, सुहैल पटेल आदि का कहना है कि टोल टैक्स के अधिकारी टैक्स तो पूरा वसूल रहे हैं तो फिर सुविधा क्यों नहीं दे रहे। जिम्मेदार अधिकारियों को मॉनिटरिंग करते रहना चाहिए। निगरानी रखने में आला अधिकारियों द्वारा समय पर नहीं की जाने से मनमाना टैक्स वसूला जा रहे हैं। जो कि नियम विरुद्ध है।
इस संबंध में मोनिका शुक्ला पुलिस अधीक्षक रायसेन का कहना है कि हम लगातार पेट्रोलिंग करा रहे हमारे पास जो पुलिस अधिकारी हैं। उसके दायरे में शिकायत मिलने पर हम लगातार पेट्रोलिंग करवा रहे हैं।सेहतगंज की एक शराब फेक्ट्री के जो ट्रक खड़े कर हाइवे की सड़क पर कब्जा हो रहा है। उन्हें समझाइश देकर ट्रैफिक व्यवस्था सुधार करने के लिए चलानी कार्रवाई कराई जाती हैं।