जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री सिलावट ने बारना डेम का किया निरीक्षण
नहरों के पास वृहद स्तर पर किया जाए वृक्षारोपण- जल संसाधन मंत्री
17 करोड़ रूपए से होगा बारना डेम का उन्नयन
बारना डेम से निकली नहरों के पास 38 एकड़ में होगा वृक्षारोपण
रायसेन। जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बाड़ी स्थित बारना डेम का अवलोकन किया तथा बैठक आयोजित कर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हमारे अन्नदाता प्रदेश की प्रगति और विकास का आधार हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अभी प्रदेश में लगभग 36 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है, जिसे बढ़ाकर 41 लाख हैक्टेयर से अधिक करना है।
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा कि अभी बारना डेम से लगभग 93 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है, जिसे बढ़ाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सके। जब सिंचित भूमि का रकबा बढ़ेगा तो उत्पादन में भी वृद्धि होगी और किसानों को अधिक लाभ होगा।
17 करोड़ रू से होगा बारना डेम का उन्नयन
बारना डेम से फोग इरिगेशन के माध्यम से दो हजार हैक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई का प्रस्ताव मंत्री सिलावट द्वारा तत्काल स्वीकृत कर दिया गया, जिससे बारना डेम से सिंचाई का रकबा बढ़कर 95 हजार हैक्टेयर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बारना डेम के उन्नयन के लिए 17 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत कर टेण्डर जारी किए जाएंगे। बैठक में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता श्री राकेश अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
नहरों के पास वृहद स्तर पर होगा वृक्षारोपण
बैठक में जल संसाधन मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को नहरों के पास लगभग 38 एकड़ क्षेत्र में वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारना डेम के साथ-साथ प्रदेश में भी नहरों के पास वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। मंत्री सिलावट ने नहरों पर अतिक्रमण के संबंध में जानकारी लेते हुए एसडीएम प्रमोद गुर्जर को निर्देश दिए कि जिन-जिन लोगों के अतिक्रमण हैं, उनसे संवाद करते हुए विस्थापन की कार्यवाही की जाए।
नहरों का निरीक्षण कर रख-रखाव सुनिश्चित करें
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने बारना डेम के जलस्तर, पिछली बारिश में खोले गए गेटों की संख्या की जानकारी लेते हुए कहा कि डेम से हजारों किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है। किसानों को समय पर पर्याप्त पानी मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को डेम से निकलने वाली नहरों का निरीक्षण करने और उनके रख रखाव की समुचित व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में जल संसाधन मंत्री सिलावट ने जिला मत्सय अधिकारी से मत्स्य उत्पादन की जानकारी लेते हुए, मत्स्य उत्पादन बढ़ाकर दो सौ टन करने के संबंध में निर्देश दिए।
डेम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए
बारना डेम के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। डेम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए। साथ ही साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाए। डेम के निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीड़ियों के आसपास शीघ्र रैलिंग लगाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त यहां पिकनिक मनाने आने वाले लोगों को सावधानी बरतने की चेतावनी देने तथा खतरे का बोर्ड लगाए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में एसडीओपी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।