एक लाख रुपये मूल्य की सागौन ईमारती परिवहन करते हुये मैजिक वाहन सहित दो मोटर साईकिल मय 4 आरोपिया के जप्त की
सिलवानी। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की सिलवानी तहसील में रविवार के तड़के सुबह से वन विभाग ने सागौन तस्करों के अड्डो पर बड़ी कार्यवाही की है। कार्यवाही में 1 मैजिक में भरी सागौन की बेशकीमती लकड़ी, दो बाइक, चार तस्करो के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
शनिवार को मध्यरात्रि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक मैजिक वाहन में जंगल से अवैध रूप से सागौन ईमारती वनोंपज काटकर मैजिक वाहन में भरकर परिवहन की जा रही है। मुखिबिरी प्राप्त होने पर रेंजर रविन्द्र पाटीदार ने अपने वन बल को सभी चोरी के रास्तों पर नाकाबंदी कराई गई। रविवार को प्रातः 4.00 बजे ग्राम केवटपिपरिया के पास उमरझिर जोड़ पर एक वाहन आता हुआ दिखाई दिया जिसे घेराबंदी कर रोका गया वाहन चालक के द्वारा वाहन भगाने का भरसक प्रयास किया गया परंतु वन कर्मचारियों की सर्तकता से वाहन को नहीं भगा पाया। वाहन को खड़ा कर वाहन चालक वाहन से उतरकर भागने में सफल रहा। वाहन चालक का 1 साथी जिसने अपना नाम सुनील पुत्र कन्हैयालाल मालवीय निवासी वाघपिपरिया (बरेली) बताया। साथ ही मैजिक वाहन के आगे एवं पीछे निकासी करा रहे 2 मोटर साईकिलों को 3 आरोपियों को भी वन अपराध में लिप्त होने के कारण पूछताछ हेतु मौके से गिरफ्तार कर मय मैजिक वाहन क्रमांक एमपी 38 एल 0453 दो बाइक हीरो डीलक्स एमपी 38 एमके 0995, बजाज सीटी 100 एमपी 38 एमएल 8853, सहित 4 अरूणसिंह पुत्र केशवसिंह निवासी समनापुर जागीर, कोमल पुत्र रामसिंह आदिवासी निवासी बिछुआ, सुनील पुत्र कन्हैयालाल निवासी वागपिपरिया, रतन पुत्र बिहारीलाल निवासी बिछुआ को आरोपियों को रेंज कम्पांउण्ड सिलवानी लेकर आये।
सिलवानी में मैजिक वाहन में भरी हुई सागौन ईमारती की नाप की गई जिसमें 20 नग सागौन ईमारती 1.497 घनमीटर वनोंपज अवैध रूप से भरी पाई गई। वनोंपज का बाजार मूल्य लगभग 1.00 लाख रूपया आंकलन किया गया। आरोपियों के विरूद्ध भारतीय वन अधिनियम के अंतर्गत वन अपराध प्रकरण क्रमांक 26911/23 दिनॉक 17.10.2021 जारी किया जाकर जॉच कार्यवाही जारी है।
जप्ती कार्यवाही में रविन्द्र पाटीदार रेंजर पूर्व/पशिचम सिलवानी, गुलाबप्रसाद अर्मा, पुष्पेन्द्र शर्मा, दीपक कौरव, ऋ़षि गुप्ता, इन्द्रेश रघुवंशी, धनराज सिंह रघुवंशी, हरनारायणसिंह, मेहवूव उल्ला, सहयोगी दल मुन्नालाल आदिवासी, धर्मेन्द्र वाहन चालक आदि का विशेष योगदान रहा है।
पिछले कुछ दिनों से वन विभाग की लगातार कार्रवाई से वन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। चार महीने के अंदर वन विभाग ने चार दर्जन से अधिक कार्रवाई कर लाखों-करोड़ों रुपए मूल्य की अवैध सागौन को जब्त किया है। गौरतलब है कि क्षेत्र के जंगलों में लंबे समय से वन माफिया रात और दिन में सक्रिय रहने के कारण अंधाधुंध सागौन के पेड़ों की कटाई करने में लगे हुए हैं। रात में अंधेरे का फायदा उठाकर कीमती सागौन का परिवहन किया जाता रहा है। सबसे अधिक सागौन का परिवहन सिलवानी तहसील के जंगलों से किया जा रहा है। इनकी धरपकड़ क्षेत्र में वन विभाग द्वारा की जा रही है। वन विभाग के अमले ने पिछले चार माह में चार दर्जन से अधिक कार्रवाई की हैं। इसका परिणाम है कि वन परिक्षेत्र अधिकारी रविन्द्र पाटीदार के नेतृत्व में लगातार कार्रवाई के बाद वन माफियाओं में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। वहीं वन विभाग को मुहिम के दौरान लगातार सफलता मिल रही है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी रविन्द्र पाटीदार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर केवट पिपरिया, उमरझिर के बीच जंगल मे रात भर निगरानी के बाद नों को जप्त किया जाकर मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, रात्री का फायदा उठाकर अन्य आरोपी भाग गए। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
इस बड़ी छापामार कार्यवाही से समूचे क्षेत्र के सागौन तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।
आखिर कैसे दिया वन विभाग ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम।
मध्यप्रदेश में बेशकीमती सागौन के लिये मशहूर सिलवानी चारों तरफ से घने जंगलों के बीच बसा हुआ है। जहां पर सबसे ज्यादा बेशकीमती इमारती सागौन के पेड़ मौजूद है। इसलिए यहां पर लकड़ी तस्करी का काम करने वाले तस्कर लंबे समय से सक्रिय रूप से काम करते चले आ रहे हैं। अभी बीते दिनों वन परिक्षेत्र देवरी के वन अमले पर गश्त के दौरान लकड़ी तस्करों ने प्राणघातक हमला कर दिया था।