मध्य प्रदेश

श्रीमद भागवत कथा भगवान कृष्ण का ही अंग हैं : छविदर्शन पारासर जी महाराज

रिपोर्टर : कुंदनलाल चौरसिया

ग़ौरझामर । श्री सिद्ध धाम पीठ महाकाली माई के दरबार मे चल रही श्रीमद भागवत कथा को सुनने के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ रही हैं चारो तरफ धार्मिक वातावरण बना हुआ है सागर जिले की सबसे बड़ी पंचायत गौरझामर के ग्रामीणों द्वारा ज्येष्ठ शुक्ल में आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में भागवत कथा की ज्ञान गंगा प्रवाहित करने वाले श्री पाराशर जी ने बताया कि भगवान से जो विमुख रहता है उसके पाप आगे रहते हैं और जो भगवान के सम्मुख रहता है तो पाप पीछे चलते हैं तथा करोड़ो जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं ईश्वर के पास जाने की क्रिया पाप मुक्त होने का माध्यम है भागवत कथा भगवान श्रीकृष्ण का ही अंग हैं भगवान वेदव्यास स्वयं अवतार स्वरूप हैं और भगवान कृष्ण अवतारित उक्त सदविचार सन्त स्वामी छविदर्शन पारासर जी महाराज ने महाकाली प्रांगण में आयोजित श्रीमद भागवत कथा सप्ताह के तीसरे दिन धर्मरूपी बेल और धरा रूपी गाल राजा परीक्षेत कृष्ण जन्म के समय हजारो श्रद्धालुओं के सामने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि जो विश्व का भरण पोषण करने वाला है वह भगवान हैं कई योगी जीवन भर अपने को विशुद्ध करते है फिर भी भगवान मन मे नही बैठते भगवान कृष्ण ने जो लीलाये की माखन चोरी की उसका हम अनुकरण कर सकते है लेकिन पहले भाव को समझो राम और कृष्ण जुड़ा नही है त्रेतायुग में भगवान राम हुए और द्वापरयुग में भगवान कृष्ण हुए इसलिए मानव पहले राम बने फिर उसे कृष्ण बनना चाहिए क्योंकि राम की मर्यादा का पालन करने वाला कृष्ण की चेष्टा करे तो वह बंदनीय होती हैं स्वामी ने कथा के दौरान बेटी बचाओ और भूण हत्या रोकने की सीख देते हुये कहा कि इस प्रकार के पापों से ही अवर्षा जैसे हालात बनते हैं और प्राकृतिक आपदाएं आती हैं इस प्रकृति के बदलाव की बात करते है लेकिन वास्तव में प्रकृति नही हम बदल रहे हैं उन्होंने आगे कहा कि सूर्य भगवान को हम नमस्कार करते हैं क्योंकि वह हमें तपाते अवश्य है परंतु जलाते नही है। कथा के मुख्य यजमान अनीता अभिराम दीक्षित कथा 20 मई से 26 मई 2023 तक कथा का समय 3 बजे से शाम 7 बजे तक होगी।पूर्णाहुति एवं प्रसादी वितरण 27 मई 2023 को होगी।

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