आज का पंचांग गुरुवार, 17 नवम्बर 2022
आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
गुरुवार 17 नवम्बर 2022
मंगल श्री विष्णु मंत्र :-
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
🌞 17 नवम्बर 2022 दिन गुरुवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। आज वृश्चिक संक्रान्ति है अर्थात् आज भगवान सूर्य तुला राशी से चलकर सुबह 07:11 बजे वृश्चिक राशी में आ जायेंगें। आज दीप एवं वस्त्रादि दान करना चाहिये। आज नर्मदा स्नान का बड़ा ही महत्त्व होता है। यह सब सूर्योदय के उपरान्त पुण्यकाल में ही करना चाहिये। आज से हेमंत ऋतू आरम्भ होता है। आज के इस नवमी को उड़ीसा में कांची अनला नवमी के रूप में मनाया जाता है। आप सभी सनातनियों को वृश्चिक संक्रान्ति एवं हेमंत ऋतू की हार्दिक मंगलकामनाएँ।।
☄️ दिन (वार) – गुरुवार के दिन तेल का मर्दन करने से धनहानि होती है । (मुहूर्तगणपति):गुरुवार के दिन धोबी को वस्त्र धुलने या प्रेस करने नहीं देना चाहिए । गुरुवार को ना तो सर धोना चाहिए, ना शरीर में साबुन लगा कर नहाना चाहिए और ना ही कपडे धोने चाहिए ऐसा करने से घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती है ।
गुरुवार को पीतल के बर्तन में चने की दाल, हल्दी, गुड़ डालकर केले के पेड़ पर चढ़ाकर दीपक अथवा धूप जलाएं । इससे बृहस्पति देव प्रसन्न होते है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है ।
गुरुवार को चने की दाल भिगोकर उसके एक हिस्से को आटे की लोई में हल्दी के साथ रखकर गाय को खिलाएं, दूसरे हिस्से में शहद डालकर उसका सेवन करें।
🔮 शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
🌐 संवत्सर नाम-राक्षस
✡️ शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत 5123
☣️ सायन – दक्षिणायन
🌦️ ऋतु – सौर शरद ऋतु प्रारंभ
🌤️ मास – मार्गशीर्ष माह
🌗 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📆 तिथिः- नवमी तिथि 06:40:00 तक तदोपरान्त दशमी तिथि
✏️ तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं।
💫 नक्षत्रः- मघा 21:21:22 तक तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
🪐 नक्षत्र स्वामीः- मघा नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तथा पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं।
🔊 योगः- इंद्र 25:22:00 तक तदोपरान्त वैधृति
⚡ प्रथम करण : कौलव – 07:57 ए एम तक
✨ द्वितीय करण : तैतिल – 08:49 पी एम तक गर
🔥 गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:25:00A.M से 10:45:00A.M बजे तक
⚜️ दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
🤖 राहुकालः- राहु काल 01:26:00 P.M से 02:46:00 P.M तक राहू काल में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया हैं।
🌞 सूर्योदय – प्रातः 06:37:09
🌅 सूर्यास्त – सायं 17:02:21
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:59 ए एम से 05:52 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:25 ए एम से 06:45 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:45 ए एम से 12:27 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 01:53 पी एम से 02:36 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:16 पी एम से 05:40 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 05:27 पी एम से 06:47 पी एम
💧 अमृत काल : 06:43 पी एम से 08:28 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:40 पी एम से 12:33 ए एम, नवम्बर 18
🌪️ इन्द्र योग – देर रात 1 बजकर 24 मिनट तक
☄️ मघा नक्षत्र – रात 9 बजकर 9 मिनट तक
🚓 यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-विष्णु मंदिर में बेसन का हलवा चढ़ाएं।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – लाला लाजपत राय, स्वतंत्रता सेनानी पुण्यतिथि, जसवंत सिंह रावत – भारतीय थल सेना के जांबाज सैनिक शहीद दिवस, पद्मजा नायडू – प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ श्रीमती सरोजिनी नायडू की पुत्री जन्म दिवस, राष्ट्रीय पुस्तक दिवस, नवजात शिशु दिवस, विश्व छात्र दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस, मूल समाप्त, सूर्य गोचर
✍🏽 विशेष – नवमी तिथि को काशीफल (कोहड़ा एवं कद्दू) एवं दशमी को परवल खाना अथवा दान देना भी वर्जित अथवा त्याज्य होता है। नवमी तिथि एक उग्र एवं कष्टकारी तिथि मानी जाती है। इस नवमी तिथि की अधिष्ठात्री देवी माता दुर्गा जी हैं। यह नवमी तिथि रिक्ता नाम से विख्यात मानी जाती है। यह नवमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है। नवमी तिथि के दिन लौकी खाना निषेध बताया गया है। क्योंकि नवमी तिथि को लौकी का सेवन गौ-मांस के समान बताया गया है।
🗣️ श्लोक : १.९५.१(1.95.1) सूक्त (९५)
द्वे विरू॑पे चरतः॒ स्वर्थे॑ अ॒न्यान्या॑ व॒त्समुप॑ धापयेते । हरि॑र॒न्यस्यां॒ भव॑ति स्व॒धावा॑ञ्छु॒क्रो अ॒न्यस्यां॑ ददृशे सु॒वर्चाः॑ ॥
हे दिवस और रात्रि! तुम सुंदर प्रयोजन वाले एवं परस्पर विरुद्ध रूप से युक्त होकर चलते हो. रात और दिन दोनों, दोनों के पुत्ररक्षा करते हैं. रात्रि के पास से सूर्य हवि रूप अन्न प्राप्त करता है एवं दूसरा दिन के, पास से शोभन प्रकाश वाला दिखाई देता है.
🌸 Vastu tips 🌷
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य श्री गोपी राम से जानिए घर की छत पर रखे फालतू सामान, यानि कबाड़े की। घर-परिवार में खुशी और तरक्की का एक बहुत बड़ा कारण वास्तु से भी जुड़ा होता है। जिन घरों में वास्तु के नियमों को दरकिनार कर काम किया जाता है। उन घरों में आए दिन कोई न कोई परेशानी होती रहती है। ऐसे में क्या हमें घर की छत पर फालतू सामान रखना चाहिए। चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।
घर में हो सकता है कलह वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की छत पर कोई भी फालतू सामान या कबाड़ नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के मन और मस्तिष्क पर नकारात्मक असर पड़ता है और पितृ दोष भी लगता है। पूरे घर का माहौल खराब हो जाता है। साथ ही यह आपके घर में कलह का कारण भी बन सकता है। तो आपके घर में यदि बिना उपयोग का फालतू सामान बहुत समय से पड़ा है तो उसे घर के बाहर करिए।
लेकिन अगर आपके घर में ऐसा कोई सामान है जो उपयोगी तो है परंतु अभी उसका कोई काम नहीं है तो ऐसी चीजों को ऐसे ही कहीं भी न पटके, उन्हें व्यवस्थित ढंग से एक जगह पर रख दें।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
स्किन के लिए असरदार है घी घी का इस्तेमाल खाने के अलावा स्किन को हेल्दी रखने के लिए भी किया जाता है। दरअसल, घी में मौजूद फैटी एसिड नमी को सील करते हैं। जिससे फटी एड़ियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
घी और हल्दी पाउडर घी का फैटी एसिड स्किन को सॉफ्ट बनाने में मदद करते हैं। इसलिए फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के लिए घी में हल्दी पाउडर मिलाएं। सबसे पहले एक कटोरी में घी को गर्म करें और उसके बाद उसमें एक थोड़ा सा नीम का तेल और हल्दी पाउडर डालें। आप इस पेस्ट को पैर पर लगाकर छोड़ दें। इससे आपको फटी एड़ियों से राहत मिलेगी।
घी और मोम फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के लिए घी और मोम का इस्तेमाल बेहद असरदार है. घी और मोम लगाने से त्वाचा फटती नहीं है। बर्तन में हल्दी, मोम और घी डालकर गर्म करें। अब कॉटन की मदद से इस मिक्सचर को पैरों में लगाएं और उसके बाद मोजे पहन लें। इससे आपको राहत मिलेगी।
💊 आरोग्य संजीवनी ☘️
ऐसे करना है इस्तेमाल-पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए दालचीनी पानी
इन दिनों में आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर, लूज मोशन, जी मचलाना और कमजोरी जैसी कई परेशानियों महसूस होती हैं। ऐसे में आपके लिए दालचीनी पानी बेहतर उपाय हो सकता है।
दूध और दालचीनी इस तरह की समस्याओं के लिए दालचीनी नेचुरल तरीके से आपकी सहायता कर सकती है। इसे उपयोग में लाने का सबसे कारगर उपाय दालचीनी पाउडर को गुनगुने दूध में डालकर पीना है। आप चाहें तो इसकी चाय भी बनाकर पी सकती हैं। इससे आपको कई फायदें मिल सकते हैं।
दर्द से राहत पाने के लिए पीरियड्स का दर्द कभी-कभी असहनीय बन जाता है। ऐसे हालात में आप दालचीनी की हर्बल चाय बनाकर पी सकती हैं या दालचीनी ऑयल से पेट की मालिश करने से भी सूजन और तेज दर्द में राहत मिलती है।
हैवी ब्लीडिंग की समस्या में कई लड़कियों को पीरियड के समय बहुत ब्लीडिंग होने लगती है, जो अहसज स्थिति बन सकती है और इसकी वजह से दर्द कमजोरी, चिड़चिड़ापन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें दालचीनी के सेवन से ब्लड फ्लो का डायरेक्शन बदल जाता है और यही कारण है कि ब्लीडिंग कम होने लगती है!
अधिक दालचीनी के सेवन का दुष्प्रभाव शोध में पाया गया है कि बहुत अधिक दालचीनी का सेवन आपके लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अधिक मात्रा में लेने की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार दोनों महिला और पुरुष अपने लिए अच्छा जीवनसाथी ढुंढने की कोशिश करते हैं
आचार्य श्री गोपी राम ने अपने नीति शास्त्र में महिलाओं कुछ ऐसे गुण के बारे में बताए हैं जो जिसके होने पर पुरुष उनके प्रति आर्कषित होने लगती हैं। पुरुषों कुछ खास गुण वाली महिलाओं पर जल्द फिदा हो जाते हैं और उन्हें पाना चाहते हैं। अपनी जिंदगी में शामिल करना चाहते हैं। आचार्य श्री गोपी राम ने महिलाओं के गुणों की तारीफ करते हुए बताया है कि इनके गुणों के आगे पुरुष भी आराम से झुक जाते हैं। आइए जानें शास्त्रों में बताए गए महिलाओं के गुणों के बारे में साहस-हिम्मत भले ही पुरुषों के आगे महिलाओं की छवि कमजोर व्यक्ति की हो लेकिन हमारा कहना है कि हिम्मत और साहस के मामले में महिलाएं पुरुषों से हमेशा आगे रहती हैं। महिलाएं हर चुनौती का डटकर मुकाबला करती हैं।
समझदारी आचार्य श्री गोपी राम के मुताबिक महिलाएं पुरुषों से ज्यादा समझदार होती हैं। वो कोई भी पैसला काफी सोच-समझकर लेती हैं। वहीं, पुरुष जोश में अपना होश खो बैठता हैं। जल्दीबाजी में निर्णय लेकर अपना ही नुकसान करा बैठते हैं। वक्त गुजरने के साथ-साथ महिलाओं का ये गुण और ङी मजबूत होता चला जाता है।
भावुकता और करुणा करुणा और भावुकता के मामले में भी महिलाएं पुरुषों से काफी आगे होती हैं। महिलाओं में दया की भावना होती है। वह किसी को भी देखकर एकदम से भावुक हो जाती हैं, लेकिन इसे महिलाओं की कमजोरी समझने की नहीं करनी चाहिए।
भूख लगना हमारा कहना है कि स्त्रियों को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा भूख लगती है। इसके पीछे उनकी शारीरिक सरंचना होती है। उन्हें ज्यादा पोषण की जरूरत होती है। इसलिए महिलाओं को हमेशा पर्याप्त और पौष्टिक भोजन करना चाहिए। ज्यादा भूख लगने के बावजूद महिलाएं ज्यादा समय तक भूखी रह लेती हैं।
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⚜️ नवमी तिथि में माँ दुर्गा कि पूजा गुडहल अथवा लाल गुलाब के फुल करें। साथ ही माता को पूजन के क्रम में लाल चुनरी चढ़ायें। पूजन के उपरान्त दुर्गा सप्तशती के किसी भी एक सिद्ध मन्त्र का जप करें। इस जप से आपके परिवार के ऊपर आई हुई हर प्रकार कि उपरी बाधा कि निवृत्ति हो जाती है। साथ ही आज के इस उपाय से आपको यश एवं प्रतिष्ठा कि भी प्राप्ति सहजता से हो जाती है।
आज नवमी तिथि को इस उपाय को पूरी श्रद्धा एवं निष्ठा से करने पर सभी मनोरथों कि पूर्ति हो जाती है। नवमी तिथि में वाद-विवाद करना, जुआ खेलना, शस्त्र निर्माण एवं मद्यपान आदि क्रूर कर्म किये जाते हैं। जिन्हें लक्ष्मी प्राप्त करने की लालसा हो उन्हें रात में दही और सत्तू नहीं खाना चाहिए, यह नरक की प्राप्ति कराता है।
नवमी तिथि को जन्म लेने वाला व्यक्ति भाग्यशाली एवं धर्मात्मा होता है। इस तिथि का जातक धर्मशास्त्रों का अध्ययन कर शास्त्रों में विद्वता हासिल करता है। ये ईश्वर में पूर्ण भक्ति एवं श्रद्धा रखते हैं। धनी स्त्रियों से इनकी संगत रहती है तथा इसके पुत्र गुणवान होते हैं।