मध्य प्रदेश

कलेक्टर के निर्देश पर पेयजल समस्या से संबंधित शिकायतों के लिये जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । कलेक्टर अवि प्रसाद ने ग्रीष्म काल के दौरान नागरिकों को सुगम पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की सुनिश्चित करने के कार्य की सतत समीक्षा की जा रही है। ग्रामीण पेयजल व्यवस्था मुख्य रूप से हैंडपंपों पर आधारित होने के चलते कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर रखा है कि इनके सुधार और मरम्मत कार्य पर को मैदानी अमला प्राथमिकता दे तथा शिकायत मिलने पर यथासंभव बिगडे हैंडपंपों को 24 घंटे के अंदर सुधारने की कार्यवाही की जावे।
हर दिन औसतन 30 हैंडपंप सुधारे जा रहे
कार्यपालन यंत्री के.एस. डामोर ने जानकारी दी की पेयजल आपूर्ति के संबंध में हेल्पलाइन अथवा आम नागरिकों से शिकायत प्राप्त होने पर शिकायतों के तत्काल निराकरण कराने के प्रयास किये जा रहे है। हैंडपंप मैकेनिक, उपयंत्री, सहायक यंत्री के दूरभाष पर प्राप्त होने वाली शिकायतों सहित उपखण्ड स्तर पर कन्ट्रोल रूम पर प्राप्त शिकायतों को भी संबंधित क्षेत्र के हैंडपंप मैकेनिक को भेजकर तत्काल दूसरे दिन सुधार कार्य करवा कर पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है । इस तरह रोजाना लगभग 30 पेयजल आपूर्ति की शिकायतों का निराकरण कराया जा रहा है ।
970 ग्रामों में स्थापित है 10 हजार 653 हैंडपंप
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशन में ग्रीष्म ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए जिले के सभी 407 ग्राम पंचायतों के 970 ग्रामों में स्थापित कुल 10 हजार 653 हैंडपंपों की जांच के दौरान 357 हैंडपंप बंद पाए गए इनमें से 181 हैंडपंप असुधार योग्य है तथा 117 हैंडपंप जलस्तर नीचे चले जाने के कारण बंद है शेष 59 हैण्डपंपों का सुधार कार्य युद्ध स्तर से जारी है।
अन्य योजनाओं से सुचारू पेयजल आपूर्ति के प्रयास
कार्यपालन यंत्री केएस डामोर ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में सुचारू पेयजल आपूर्ति को दृष्टिगत रखते हुए जिले के ग्रामों में जल स्तर नीचे जाने के कारण बंद हैण्डपम्प जिनकी जल आवक क्षमता अच्छी होती है उनमें पूर्व वर्षों की भांति सिंगल फेस स्थापित कर पेयजल आपूर्ति के प्रयास किये जा रहे है ।
जिले अंतर्गत ग्राम वासियों से घर पर नल योजना के माध्यम से पेयजल प्रदाय करने हेतु कुल 357 नलजल योजनाओं मे से 343 योजनाओं के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है । शेष योजनाएं स्त्रोत असफल होने के कारण बंद है। इसी प्रकार 98 ग्रामों में जल निगम द्वारा निर्मित योजनाओं में से 66 में पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। उन्हें चालू करने विभाग द्वारा सर्वे कर लिया गया है एवं नवीन नलकूप खनन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है ताकि ग्रामीणों को पेयजल प्राप्त हो सके।
केएस डामोर ने बताया कि विभाग द्वारा सतत रूप से हैंडपंप का सुधार कार्य करवाया जा रहा है एवं ग्रामीण क्षेत्र से प्राप्त शिकायतों का निराकरण कर पेयजल की व्यवस्था भी करवाई जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर पेयजल समस्या से संबंधित शिकायतों के लिये जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका नंबर 07622- 225752 है। कार्यपालन यंत्री के.एस. डामोर ने ग्रामीणों से पेयजल आपूर्ति संबंधी शिकायत होने पर कंट्रोल रूम के नंबर में सूचना देने की अपील की है।

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