मध्य प्रदेश

हादसे को आमंत्रण दे रहा जर्जर भवन, कभी भी धराशायी हो सकता है मकान

आसपास के रहवासियों को सता रहा खतरा
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान |  उमरियापान  कटरा बाजार में एक जर्जर भवन लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। यह भवन बहुत पुराना है और समय के साथ इसकी हालत बेहद खराब हो चुकी है।  मकान के आसपास के रहवासी इस जर्जर भवन से अत्यधिक खतरे का सामना कर रहे हैं। सुबह और शाम के समय, छोटे-छोटे बच्चे इस भवन के आसपास खेलते हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
*जर्जर भवन की स्थिति दयनीय*
उमरियापान के कटरा बाजार के इस जर्जर भवन की स्थिति ऐसी है कि कभी भी यह धराशायी हो सकता है। भवन के दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें हैं और छत की हालत भी बेहद खस्ता है। भवन के कई हिस्सों में प्लास्टर झड़ चुका है और ईंटें बाहर निकल आई हैं। इस भवन की स्थिति इतनी खराब है कि इसके आसपास से गुजरने वाले लोगों को भी डर लगता है कि कहीं यह अचानक गिर न जाए।
*संभावित खतरे पर किसी की नहीं नज़र*
इस जर्जर भवन से कई प्रकार के खतरे उत्पन्न हो सकते हैं। सबसे बड़ा खतरा यह है कि अगर भवन अचानक गिर गया, तो इससे किसी की जान भी जा सकती है। खासकर, छोटे बच्चों के लिए यह भवन बहुत खतरनाक है। बच्चे अक्सर इस भवन के आसपास खेलते हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही घातक साबित हो सकती है। इसके अलावा, इस भवन के आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी यह एक बड़ा खतरा है। अगर यह भवन गिरता है, तो इसके मलबे से आसपास के मकानों को भी नुकसान हो सकता है।
*पड़ोसियों को भी सता रहा खतरा*
पड़ोसियों ने इस समस्या को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है ।  उनका कहना है कि सुबह और शाम के समय, कई बच्चे इस भवन के आसपास खेलते हैं, जो कि बेहद खतरनाक है। वे हमेशा इस डर में रहते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाए । पड़ोसियों ने स्थानीय प्रशासन से इस भवन को गिराने या मरम्मत कराने की अपील भी की है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
*प्रशासन की जिम्मेदारी*
ऐसे मामलों में प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए।  जर्जर भवन को गिराना या उसकी मरम्मत करना प्रशासन का कर्तव्य है, ताकि लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उमरियापान कटरा बाजार के मामले में प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और इस जर्जर भवन के संबंध में उचित कार्रवाई करनी चाहिए। इसके लिए प्रशासन को एक टीम गठित करनी चाहिए जो भवन की स्थिति का निरीक्षण करे और इसके आधार पर उचित कदम उठाए ।   सबसे पहले, विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा इस भवन का निरीक्षण किया जाना चाहिए। इससे भवन की वर्तमान स्थिति का आकलन किया जा सकेगा और यह तय किया जा सकेगा कि इसे गिराना जरूरी है या मरम्मत की जा सकती है। अगर निरीक्षण के बाद यह पाया जाता है कि भवन की स्थिति बहुत खतरनाक है और इसे मरम्मत से ठीक नहीं किया जा सकता, तो इसे गिरा दिया जाना चाहिए। इससे आसपास के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। अगर भवन की स्थिति ऐसी है कि इसे मरम्मत के जरिए ठीक किया जा सकता है, तो प्रशासन को तुरंत इसकी मरम्मत करवानी चाहिए। इसके बाद, भवन का पुनर्निर्माण भी किया जा सकता है, ताकि यह सुरक्षित हो सके। प्रशासन को इस क्षेत्र में नियमित निगरानी रखनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके। इसके लिए एक नियमित निरीक्षण की व्यवस्था की जा सकती है, जिसमें जर्जर भवनों की स्थिति का मूल्यांकन किया जाए और आवश्यक कार्रवाई की जाए। इस तरह के मामलों में सामाजिक जागरूकता भी बेहद महत्वपूर्ण है। लोगों को यह समझना चाहिए कि जर्जर भवनों के पास खेलना या रहना कितना खतरनाक हो सकता है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जा सकते हैं। उमरियापान कटरा बाजार के इस जर्जर भवन की स्थिति गंभीर है और इससे लोगों की जान को खतरा है। प्रशासन को इस मामले में तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और आवश्यक कदम उठाने चाहिए, ताकि किसी भी संभावित हादसे से बचा जा सके । इसके साथ ही, समाज के हर व्यक्ति की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे मामलों में सतर्क रहे और प्रशासन को सूचित करे। इस तरह की समस्याओं का समाधान सभी के सहयोग से ही संभव है।

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