अजब संयोग : रायसेन में 15 साल बाद जनवरी में सबसे ज्यादा बरसा मावठा
2012 में भी 6 जनवरी को इतना ही भीगा था रायसेन जिला
मैं शाम नहीं… सुबह हूं। तस्वीर रायसेन में शनिवार को सुबह 6 बजे की है। उस समय घने काले बादल छाए थे और तेज बारिश हो रही थी।
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। नए साल के आठवें दिन रायसेन सिटी में मौसम बदल गया। शुक्रवार देर रात ढाई बजे के बाद गरज- चमक के साथ बारिश की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद कुछ देर तेज बारिश हुई। शनिवार को फिर सुबह करीब 6 बजे के बाद तेजी से मावठे की बारिश हुई । शनिवार को सुबह साढ़े 6 बजे तक डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
ऐसा 15 साल बाद हुआ है, जब जनवरी में इतनी बारिश हुई हो….
इससे पहले 6 जनवरी 2012 को इतना पानी बरसा था। मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएस तोमर के मुताबिक प्रदेश के 32 जिलों के 100 से ज्यादा शहर-कस्बों में मावठा बरसा। इस कारण अब तेज ठंड भी बढ़ गई।
दो सिस्टम, जिन्होंने जनवरी को भिगो दिया…..,
उत्तर भारत पहुंचे वेस्टर्न डिस्टरबेंस और राजस्थान के पास बने इंड्यूज़ साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर मध्य प्रदेश समेत रायसेन जिले के मौसम पर पड़ा। इनके कारण अरब सागर से नमी भी आई।
अब रायसेन जिले में येलो अलर्ट….
शनिवार को भी रायसेन जिला सहित मप्र के 14 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट है। गरज-चमक के साथ एक बार फिर से फिलहालबारिश की संभावना।
अचानक हुई बारिश से गलियों में भरा पानी, लोगों के घरों में घुसा, लोग बोले- नगरपालिका नहीं करता समय पर साफ-सफाई,लोगों के घरों और नालियों में भरा पानी
मौसम की करवट से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जहां अचानक हुई बारिश से शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए। वहीं कुछ इलाकों में लोगों के घरों में पानी भर गया। लोगों का कहना है कि नगरपालिका के सफाई कर्मचारी समय पर साफ- सफाई नहीं करते है। जिस वजह से गलियों में पानी भर गया। और घरों में गंदा पानी घुसा। आवास कैंपस नालियों में गंदगी और कचड़ा भरा रहा तो पानी नालियों से न निकालकर गलियों/सड़कों पर आ गया और घरों का उठाव काम होने के चलते यह पानी घरों में घुस गया।
देर रात 1 बजे से हुई तेज मूसलाधार बारिश ने जहां रायसेन में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है ईट भट्टा और धान की फसल बेचने आए किसानों को काफी नुकसान हुआ है तो वही किसान भी अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।वहीं कुछ किसानों का कहना है कि जिस गेहूँ की फसल में पानी हो चुका है उन फसल में काफी नुकसान हो सकता है और जिन फसलों में सिंचाई के लिए पानी होना है उनके लिए बेहद लाभदायक है।चना मसूर की फसल तेज बारिश के कारण खराब होने की स्थिति में आ गई है। रायसेन की बात करते हैं तो नगर पालिका के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है एसडीएम कार्यालय और मजिस्ट्रेट क्वार्टर के घरों में पानी भर गया है और जिम्मेदार अधिकारी मौके से नदारद रहे।