ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर ग्रामीणों ने की सचिव को हटाने की मांग
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान।
उमरियापान। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और पिछले 6 वर्षों से पदस्थ सचिव बशरुलहक मंसूरी के द्वारा जमकर शासकीय योजनाओं में पलीता लगाया जा रहा है।
विदित हो कि गनियारी में पदस्थ सचिव पिछले 6 वर्षों से एक ही पंचायत में पदस्थ होने के कारण इनके हौसले और बुलंद हो गये है और रोजगार गारंटी हो या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को बिना पैसा दिए लाभ नहीं मिल रहा। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में शासन द्वारा चलाई जा रही योजना रोजगार गारंटी में फर्जी मजदूरों की हाजिरी भरी जा रही है। ग्रामवासियों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राहियों को आवास नहीं मिलता। जो लोग प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्र हैं उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है क्योंकि अपात्र हितग्राही द्वारा पैसा देकर पात्र हो जाता है। ग्राम वासियों द्वारा बताया गया कि पंचायत सचिव द्वारा पिछले पांच 6 सालों से ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में सचिव द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी शिकायत अनेकों बार जनपद ढीमरखेड़ा से लेकर जिला पंचायत कटनी तक की गई लेकिन हर बार मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है । जिससे ग्रामीण भी परेशान हो चुके है। वहीं जब ग्रामवासियों से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत अंतर्वेदे गनियारी में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त से करेंगे। ग्रामवासियों ने जिला पंचायत सीईओ कटनी से मांग की है कि ग्राम पंचायत अंतरवेद गनियारी के भ्रष्ट सचिव को तत्काल यहां से हटाया जाए जिससे ग्राम वासियों को शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ समुचित मिल सके।
साप्ताहिक बाजार नीलामी में कर दिया खेल
अंतर्वेद गनियारी में साप्ताहिक एवं बैलहाई बाजार भर जाती है जिसकी नीलामी हर वर्ष पंचायत के द्वारा की जाती है जिसमें हर बार सचिव और सरपंच द्वारा अपने चेहेतों को उपकृत कर दिया जाता है। पिछले दिनों जब उक्त बाजार की नीलामी की गई तो सचिव के द्वारा बिना अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराये उक्त बाजार की नीलामी करा दी गई जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी बाजार की नीलामी से पहले स्थानीय अखबारों में विज्ञापन देना आवश्यक है जिससे अन्य जगह के ठेकेदार उक्त नीलामी प्रक्रिया में भाग ले सके और ज्यादा से ज्यादा राजस्व प्राप्त हो सके । लेकिन शासन की उक्त मंशा पर पानी फेरते हुये अंतर्वेद गनियारी सरपंच-सचिव ने ऐसा करना उचित नहीं समझा और शासन को राजस्व की हानि भी इनके द्वारा करवाई गई है।