तरीके बदलने से आएगा समाज में परिवतर्न – डाॅ प्रभात दुबे
रिपोर्टर : संजय द्विवेदी, गैरतगंज।
गैरतगंज। प्रदेश शासन के मुखिया की मंशानुसार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की पृष्ठभूमि मानसिक कुप्रवृतियों को समाप्त करने के लिये बालकों एवं युवाओं को सैनिटाइजेशन पर एक कायर्शाला का आयोजन किया गया। शासकीय महाविद्यालय गैरतगंज में आयोजित वचुअर्ल कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डाॅ सीता सोनी द्वारा अपने उद्बोधन के साथ किया गया। कायर्क्रम की शुरुआत में गणित विभाग से प्रभाति दुबे द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई, इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ सीता सोनी ने कहा कि महिलाओं के प्रति लोगों की मानसिकता बदलना इसलिए जरूरी है क्योंकि जैसे महिलाएं स्वालंबी हो रही हैं वैसे वैसे पुरुष के अहम को ठेस पहुंच रही है। अतः इसके लिए इस प्रकार की कायर्शाला आयोजित किया जाना जरूरी है। मुख्य वक्ता के रूप में समाजशास्त्र विभाग से डाॅ प्रभात दुबे ने बताया कि कोई भी कानून लोगों की मानसिकता में परिवतर्न नहीं ला सकता इसके लिए हमें समाजिकृत तरीकों में परिवतर्न लाना होगा और लिंग विभेद को हटाना होगा। सही तरीके से सामाजिकृत और संस्कारित बच्चे ही इस कुत्सित मानसिकता को बदल सकते हैं, महिलाओं के विरुद्ध यदि हमें सोच बदलना है तो युवाओं को घर से ही सुसंस्कृत करना पड़ेगा तब जाकर हम एक स्वस्थ वातावरण का निमार्ण कर सकते हैं जो कि कानून द्वारा संभव नहीं है। हमारे तरीकों को बदलने पर ही समाज में परिवर्तन आएगा। कायर्क्रम का आयोजन अथर्शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डाॅ प्रमोद गुप्ता द्वारा किया गया एवं आभार वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापक डाॅ ममता कुषगोतिया के द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अधिकारी एवं कमर्चारी एवं विद्यार्थी वचुर्अल माध्यम से इस कायर्शाला में उपस्थित रहे।