कलेक्टर के आदेश उड़े हवा में, सड़कों पर जस के तस मौजूद है चौपाये

बीच शहर के तमाम मुख्य मार्गों पर डेरा
रिपोर्टर : विनोद साहू
बाड़ी। आखिरकार चौपायों ने शासन प्रशासन के सारे वादे, घोषणाओ और आदेशों को खोखला सिद्ध कर दिया। गत एक वर्ष से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 12 पर आवारा मवेशियों का झुंड जस का तस मौजूद है। इनसे राहगीरों और वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 12 नगर का अतिव्यस्तं मार्ग है। इस मार्ग से हजारों दोपहिया, चारपहिया के अलावा यात्री बसों एवं स्कूली बसों की आवाजाही रहती है। इस मार्ग पर थाने से लेकर पंचमुखी हनुमान मंदीर के बीच आवारा मवेषीयो का झुंड विगत एक वर्ष से मौजूद है। इस मार्ग से होकर प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों की आवाजाही भी रहती है। यहीं पर मौजूद जनपद पंचायत कार्यालय मे अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक होती है। जिसमे तेहसीलदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के मुखिया शामिल होते है। यदा-कदा जिलाधीश भी बैठक लेते हैं परंतु आश्चर्यजनक है की इन तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को आवारा मवेशियों का झुंड नजर नहीं आता है।
ध्यान दिला दे कि आवागमन के मार्गो पर आवारा मवेशियों के झुंड से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। इसमें कई वाहन चालक गंभीररूप से घायल भी हुए है। आवागमन के प्रमुख व्यस्रतम मागौँ पर आवारा मवेशियों से बढ़ती दुर्घटनाओं को लेकर शासन-प्रशासन ने फौरी तौर पर कई कदम उठाए। जिलास्तर से योजनाएँ बनी। गौशाला के लिए जमीन चिन्हित की गई। ग्राम पंचायत स्तर तक समितियों का गठन किया गया। कुछ दिन की नौटंकी के बाद वही ढाक के तीन पात ही रह गए।