मध्य प्रदेश

खंडहर हो रहे सरकारी कार्यालय में कर्मचारी कर रहे है काम, अनहोनी की बनी रहती है आशंका

सबसे ज्यादा आवाजाही वाले कार्यालयों पर भी अफसर नहीं दे रहे ध्यान
सिलवानी। देखरेख के अभाव में नगर व अंचल में स्थित शासकीय कार्यालय खंडहर होते जा रहे हैं। जिसके कारण यह भवन कभी भी हादसों का कारण बन सकते है। इन भवनों में काम करने वाले अफसर और यहां पर अपने काम से आने वाले लोगों को अनहोनी का डर बना रहता है।
बावजूद इसके भवनों की मरम्मत के लिए अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहीं नहीं इन खंडहर भवनों में लग रहे दफ्तर को भी अन्य जगह शिफ्ट नहीं किया जा रहा है जिससे कर्मचारी भी डर के साए में काम करने के लिए मजबूर बने हुए हैं। नगर में स्थित महिला बाल विकास कार्यालय सहित कई कार्यालय है जो कि खंडहर हो रहे हैं। इन कार्यालयों की छत से प्लास्टर गिर रहा है। कई भवनों की छत से लोहा भी दिखने लगा है।
नगर के वार्ड नंबर एक में महिला बाल विकास कार्यालय स्थित है। इस कार्यालय से नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र की करीब 289 आंगनवाड़ी का संचालन किया जाता है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं शासकीय कार्य से सिलवानी कार्यालय आती है। चूंकि यह कार्यालय भी आम जनता से जुड़ा हुआ है। बरसात के मौसम में कार्यालय की छत से लगातार पानी टपकता रहता है। ऐसी कोई जगह नहीं बची रहती कि जहां कर्मचारी बैठ कर शासकीय कार्य का संचालन कर सके। यह भवन कभी भी हादसों का कारण बन सकते हैं। यहां काम कर रहे कर्मचारियों ने भवन की मरम्मत या अन्य सुरक्षित भवनों में कार्यालय शिफ्ट करने की बात कही है।
जर्जर भवनों से हादसे का डर
नगर भर में खंडहर और जर्जर भवनों को लेकर नगर परिषद गंभीर नजर नहीं आ रही है। नगर में कई जगहों पर अब भी जर्जर और वर्षाें से खंडहर विशालकाय भवन गिरने की कगार पर खडे़ है। ये भवन बारिश के दौरान धराशायी होकर किसी बडे़ हादसे का कारण साबित हो सकते हैं। इसके बाद भी नगर परिषद ने न तो अब तक इन खंडहर और जर्जर भवनों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू की है और न ही गिराने की।

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