मध्य प्रदेश

तबादलों को लेकर अटकलों का दौर शुरू, तबादला सूची तैयार होने से पहले प्रस्तावों का लगा अंबार

सालों से जमे कर्मचारी अधिकारियों की बढ़ी दिल की धड़कनें
रिपोर्टर :शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। सालों से एक ही जगहों पर जमे अधिकारी कर्मचारियों का तबादला होना इस साल लगभग तय बताया जा रहा है। फिलहाल इनके ट्रांसफर को लेकर अटकलों का दौर जारी है। भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारियों की तबादला सूची नीति के अनुसार तैयार हो गई है। इसमें जिले के तीन प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों के नाम तबादला सूची में ऊपर ही है। बताया यह जा रहा है कि जिला मुख्यालय पर इन वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यकाल का समय भी पूरा हो चुका है।
तबादला सूचियों को लेकर इन दिनों सरकारी विभागों में जमकर गहमागहमी मची हुई है। कहने को तो 20 फीसदी से ज्यादा तबादले नहीं हो सकते। लेकिन सिफारिशी पत्रों का अंबार लगा हुआ है। भाजपा से जुड़े विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व जिला पंचायत के अध्यक्ष से लेकर वर्तमान भाजपा के पदाधिकारियों संगठनों से जुड़े तमाम पदाधिकारियों के सिफारिशी पत्र रोजाना पार्टी कार्यालय पहुंच रहे हैं। वहीं अफसरों, वर्षों से एक ही जगह कुर्सी पर जमे कर्मचारियों की मनमानी कार्यशैली से नाराज बीजेपी के नेताओं ने भी स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया को आवेदन देकर दूसरे जिलों में रवानगी करने की गुहार लगाई गई है।
इधर विभागीय स्तर पर भी तबादला सूचियों को तबादला नीति के अनुसार अंतिम रूप दिया जाने लगा है। इंतजार तो है अब सिर्फ जिले के प्रभारी व सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के इशारे का। इसके बाद स्थानांतरण सूची जारी की जा सकती है। लेकिन फिलहाल शासन ने 7 अगस्त तक तबादलो डेटलाइन जारी की गई है। जबकि पहले 31 जुलाई 2021 तक घोषित की गई थी। इससे अधिकारी कर्मचारियों की मुश्किलों को और भी ज्यादा बढ़ा दी है। फिलहाल तबादलों की बढ़ाए जाने के बाद सिफारिशी पत्रों की अनुशंसाएं बढ़ गई है। आदिम जाति कल्याण विभाग, जिला शिक्षा विभाग, राज्य जिला शिक्षा विभाग, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी सहित जहां बढ़ी संख्या में तबादले होना है।वहां के हालात बड़े खराब है।

Related Articles

Back to top button