मध्य प्रदेश

दो रोजगार सहायक होंगे बर्खास्त जिला पंचायत सीईओ ने जारी किया सेवा समाप्ति का अंतिम नोटिस जारी

लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथ किया था गिरफ्तार
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान।
उमरियापान।
जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत पचपेढ़ी तत्कालीन रोजगार सहायक कमलेश झारिया वर्तमान में जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा अटैच को लोकायुक्त पुलिस जबलपुर द्वारा 2 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। इसी प्रकार जनपद पंचायत बहोरीबंद की ग्राम पंचायत कौडिया तत्कालीक रोजगार सहायक अजय कुमार चक्रवतर्जी वर्तमान में जनपद पंचायत बहोरीबंद अटैच को लोकायुक्त ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। लोकायुक्त द्वारा टे्प करने के बाद दोनों ही भ्रष्ट रोजगार सहायकों को जनपद पंचायत अटैच कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि पचपेढ़ी रोजगार सहायक और जनपद पंचायत बहोरीबंद की ग्राम पंचायत कौडिया में पदस्थ रहे दोनों रोजगार सहायकों को लोकायुक्त पुलिस जबलपुर द्वारा कार्यवाही उपरांत बर्खास्गी हेतु जिला पंचायत कटनी को पत्र प्रैषित किया गया था। इसी तारतम्य में जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे ने जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत पचपेढ़ी तत्कालीक रोजगार सहायक कमलेश झारिया और जनपद पंचायत बहोरीबंद की ग्राम पंचायत कौडिया तत्कालीक रोजगार सहायक अजय कुमार चक्रवर्ती को बर्खास्गी हेतु अंतिम नोटिस जारी किया गया है।
ये है पचपेढ़ी का मामला
प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किस्त के एवज में तत्कालीन रोजगार सहायक कमलेश झारिया द्वारा 2 हजार रुपये की मांग की गई थी जिसकी शिकायत पीडि़त द्वारा लोकायुक्त पुलिस जबलपुर से की गई थी। लोकायुकत ने पूरी जांच पड़ताल के बाद योजनाबद्ध तरीके से पीडि़त को 2 हजार रुपये की रकम देकर रोजगार सहायक को देने लिये भेजा था और जैसे ही उसके द्वारा रिश्वत की रकम ली गई वैसे ही पहले से ही मौजूद लोकायुक्त पुलिस द्वारा रोजगार सहायक कमलेश झारिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं उपरोक्त मामले में जानकारी देते हुये एडीशनल एसपी जेपी वर्मा ने बताया कि कटनी जिले की जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा अंतर्गत ग्राम पंचायत पचपेढ़ी के ग्राम पकरिया निवासी पीडि़त कालीचरण लोधी उम्र-49 वर्ष से प्रधानमंत्री आवास की किस्त जारी करने के एवज में रोजगार सहायक कमलेश झारिया के द्वारा 5 हजार रुपये की मांग पीडि़त से की गई थी जिसकी पहली किस्त के रुप में 2 हजार रुपये दिये गये थे। वहीं कार्यवाही उपरांत लोकायुक्त पुलिस द्वारा बर्खास्ती के लिये सबंधित अधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया था।
ये है कौडिय़ा का मामला
बहोरीबंद जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कोडिय़ा गांव के उस्ताद कुशवाहा ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास के लिए फार्म भरा था. ग्राम के सरपंच भरत कुमार गुप्ता और रोजगार सहायक अजय कुमार चक्रवर्ती द्वारा प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराने के एवज में 10 हजार रिश्वत की मांग की थी. इसकी शिकायत पीडि़त उस्ताद कुशवाहा ने लोकायुक्त जबलपुर में की थी। वह जब 10 हजार रुपए लेकर कोडिय़ा ग्राम के सरपंच भरत कुमार गुप्ता और रोजगार सहायक को दिए। वहां लोकायुक्त की टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं उक्त पूरे मामले में जानकारी देते हुये लोकायुक्त निरीक्षक घनश्याम मर्सकोले ने बताया कि पीडि़त ने कोडिय़ा ग्राम के उस्ताद कुशवाहा ने पीएम आवास के लिए आवेदन दिया.
। लेकिन सरपंच और रोजगार सहायक उससे 10 हजार रुपये मांग कर रहे थे। इसकी शिकायत लोकायुक्त को की थी. समय और जगह तय करके पीडि़त को सरपंच और रोजगार सहायक के पास भेजा गया। जैसे ही दोनों ने पैसे लिए, उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया गया और अग्रिम कार्यवाही के लिये संबंधित अधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया है।
इस संबंध में जगदीशचंद्र गोमे सीईओ, जिला पंचायत कटनी का कहना है कि पचपेढ़ी और कौडिय़ा रोजगार सहायकों को सेवा समाप्ति का अंतिम नोटिस जारी कर दिया गया है। एक सप्ताह में यदि कोई जवाब नहीं दिया जाता है तो संबंधित रोजगार सहायकों को बर्खास्त कर दिया जायेगा।

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