लाखों करोड़ों की लागत से घटिया निर्माण हो रहा पीआईयू विभाग के सरकारी भवनों का
जिम्मेदार अधिकारियों की मॉनिटरिंग के अभाव में भवनों की गुणवत्ता पर उठने लगे सवाल, ठेकेदारों को दी खुली छूट जमकर कर रहे कमीशनखोरी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। पीआईयू विभाग के जिला मुख्यालय पर डाइट विभाग की नई बिल्डिंग सहित नापतौल विभाग रायसेन भोपाल बायपास भवन, शासकीय स्वामी विवेकानंद डिग्री कॉलेज, बालक बालिका दो मंजिला छात्रावास भवनों का निर्माण घटिया किस्म का ठेकेदारों द्वारा कराया जा रहा है। लाखों करोड़ों की कीमत लागत से मुख्यालय पर बनाए जा रहे भवनों की गुणवत्ता पर लोगों ने सवाल खड़े किए हैं। यह सब खेल विभाग के ईई आरके झा, एसडीओ एस दुरापे एसडीओ यादव के ठेकेदारों रहमोकरम व मोटी कमीशनखोरी की वजह से घटिया सरकारी इमारतों का कराया जा रहा है। जिले की तहसील मुख्यालय गैरतगंज पर एसडीएम कार्यालय की करोड़ों रुपये की लागत से घटिया निर्माण ने भी अखबारों की सुर्खियां बटोरी थी।
करोड़ों की लागत से बने भवनों का एक वर्ष में उखड़ा फर्श, दीवारों में दरार ……
पीआईयू के निर्माण की विश्वसनीयता पर लगा दाग। अधिकारी व ठेकेदारों की मिलीभगत से हो चुका है खराब भवन निर्माण। तहसील क्षेत्र में पीआईयू द्वारा कराए गए करोड़ों के निर्माण कार्य खराब हालत में हैं। अधिकारियों एवं ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते निर्माण कार्यो में पलीता लगाया जा रहा है। एक वर्ष में ही भवनों के फर्श उखड़ गए हैं व दीवारों पर दरारें नजर आ रही हैं। कुछ भवनों की छत का प्लास्टर भी झड़ने लगा है। गैरतगंज नगर के कन्या हायर सेकंडरी भवन, एसडीएम कार्यालय, एनआरएलएम भवन, एडीजे कोर्ट भवन, समनापुर कलां का हायर सेकंडरी एवं कॉलेज भवन का निर्माण किया गया है। इन निर्माण कार्यों में पीआईयू के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की सांठगांठ के चलते जमकर घटिया सामग्री का उपयोग किया गया।ठेकेदारों ने स्टीमेट से विपरीत जाकर दोयम दर्जे की सामग्री का उपयोग कर जैसे-तैसे भवन तो बनाकर खड़े कर दिए पर आज उनकी हालत काफी कंडम व खराब है। इन सभी भवनों की दीवारों में दरारें आ गई हैं तथा छत के हिस्से टपकने लगे है। कई स्थानों पर भवन जमीन में बैठने लगा है। जिससे फर्श की हालत खराब है।
बाल बाल बचा कर्मचारी….
एनआरएलएम भवन में तो भवन के छत का बड़ा हिस्सा गिरने से वहां पर काम करने वाला एक कर्मचारी बाल- बाल बचा। निर्माण कार्यो में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते हुए अधिकारियों ने ठेकेदारों से कमीशनखोरी के खेल में औपचारिकता ही करवाई है। नतीज़तन आमजनता की सुविधाओं के लिए बनाए जाने वाले करोड़ों के निर्माण कार्य एक वर्ष में ही जर्जर हालत में पहुंचने लगे हैं।
रंग रोगन से सजा देते हैं भवन….
उद्घाटन के दाैरान ठेकेदार भवन को रंग रोगन से सजा देते हैं। कुछ निर्माण कार्यों में तो उद्घाटन मौके पर नगरवासियों ने विरोध भी प्रकट किया। बावजूद इसके पीआईयू के अधिकारियों ने ठेकेदार पर कार्रवाई करने एवं उसके सुधार करवाने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
नए निर्माण कार्यों की रहेगी चुनौती-
पीआईयू विभाग द्वारा तहसील क्षेत्र में बनाए जा रहे नवीन निर्माण कार्यो को गुणवत्तापूर्ण बनाने की चुनौती रहेगी। जिनमें कन्या हायर सेकंडरी स्कूल के पास बन रहे अतिरिक्त दो भवन लगभग नौ करोड़ की लागत से बन रहे तहसील कार्यालय भवन शामिल हैं।
इस संबंध में अनुराग यादव, एसडीओ पीआईयू बेगमगंज का कहना है कि जल्द ही खराब हालत में पहुंचे भवनों का निरीक्षण कर सुधार एवं जांच की कार्यवाही की जाएगी।
स्कूल भवन का एक वर्ष पहले निर्माण होने के बाद प्लास्तर उखड़ने लगा है।इसी तरह जिला मुख्यालय के बालक बालिका हॉस्टल भी घटिया किस्म के निर्माण कराए गए हैं। उदघाटन के पहले पीआईयू विभाग के यह भवन कंडम हो चुके हैं। एबीवीपी के रायसेन जिला संयोजक, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष हर्ष वर्धन सोलंकी युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष संदीप मालवीय विकास शर्मा, संदीप दुबे, वकील दौलत सेन, अबरार अहमद समाजसेवी महेश श्रीवास्तव चच्चा का कहना है की पीआईयू के अधिकारी सिर्फ दफ्तर में कागजी खानापूर्ति कर अपना टाइम पास करते हैं। भवनों के घटिया निर्माण की मॉनिटरिंग करने तक नहीं जाते। जिससे ठेकेदार लाखों करोड़ों के भवनों की गुणवत्ता पर भी गंभीरता से ध्यान नहीं देते।