रेंजर ने लगातार कार्यवाही करते हुए आधी रात में अवैध लकड़ी परिवहन करते जप्त किया ट्रक

वन विभाग जतारा की अवैध वनोपज परिवहन के विरुद्ध लगातार जप्ती की कार्यवाही
जतारा वन विभाग वन अपराधों के नियंत्रण के लिए लगातार कर रहा सराहनीय कार्यवाही
रिपोर्टर : मनीष यादव
पलेरा । विदित हो कि टीकमगढ़ जिले अंतर्गत विगत कुछ माह से वन माफिया रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के साथ साथ अन्य अवैध अपराधों के लिए उत्तर प्रदेश के लकड़ी तस्करों के साथ मिलकर टीकमगढ़ जिले के विभिन्न स्थानों से राजस्व भूमि पर बिना अनुमति के खैर, यूकेलिप्टस, बबूल, और श्यामर के वृक्षों की कटाई करके संगठित अपराध के तहत उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, सीतापुर, बदायूं ,और अन्य जगह टीकमगढ़ से काटी गई लकड़ी का अवैध परिवहन कर रहे हैं, जिस पर नियंत्रण रखने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार वाहन की जप्ती जारी है, जिसके तहत टीकमगढ़, बल्देवगढ़ सहित जतारा रेंज अंतर्गत अनेकों वाहनों की जप्ती की कार्यवाही को अंजाम दिया जाकर विगत माह से अभी तक 5- 6 वाहन अवैध लकड़ी परिवहन में जप्त किए गए उक्त कार्यवाही को सतत जारी रखते हुए और मुखबिर तंत्र को मजबूत करते हुए विगत दिवस 13/5/2025 की रात्रि में वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार को जटकोरा गांव में अवैध लकड़ी परिवहन की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल दल का गठन कर मौके पर भेजा गया तो एक ट्रक क्रमांक UP 93 CT 0588 में श्यामार प्रजाति की अवैध लकड़ी के परिवहन करते हुए देखा गया । जिसके पश्चात ट्रक में सवार चालक पप्पू यादव से ट्रक में लोड लकड़ी के संबंध में वन विभाग की अनुमति मांगी गई तो उसके द्वारा लकड़ी काटे जाने और परिवहन किए जाने के संबंध में कोई भी अभिलेख नहीं पाए गए तब उक्त ट्रक को अवैध लकड़ी परिवहन के लिए आरोपी वाहन चालक के विरुद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 243/22 दिनांक 13/5/2025 पंजीबद्ध किया जाकर ट्रक को मय लकड़ी के जप्त किया गया। जिसके बाद जप्त ट्रक को मय वनोपज के सुरक्षित खड़ा कराने के बाद वन अपराध प्रकरण क्रमांक 243/22 दिनांक 13/5/2025 को अग्रिम विवेचना में लिया गया।
वाहन जप्ती की कार्यवाही वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के कुशल नेतृत्व में वन संरक्षक छतरपुर और वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन में की गई ।
इस कार्यवाही में रियाजुद्दीन काजी वनपाल, शुभम पटेल वनरक्षक, प्रमोद अहिरवार वनरक्षक, अमन प्रजापति वनरक्षक, विवेक वनरक्षक मौजूद रहे।