मुख्य बाजार में शराब दुकान आने की आहट से रहवासियों में खलबली
बाड़ी । मध्यप्रदेश में देशी एवं विदेशी शराब का कारोबार इस तरह गाँव गाँव में फलफूल रहा हैं जैसे सूर्य की रोशनी हर घर में पहुँचती हो बैसे ही शराब की पहुँच हो चुकी। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत मुख्य मार्ग से हटी थी दुकानें। बर्ष 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने भारत में हर साल सड़कों पर डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है. इसी को सन्दर्भ लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर शराब की दुकानों को बंद करने या 500 मीटर दूर रखने का आदेश दिया था, इसी आदेश के चलते हमारे शहर में बस स्टैंड पर देशी व विदेशी शराब दुकान शहर से बाहर चली गई और रहवासियों ने चैन की साँस ली । पुनः बस स्टैंड पर आने से रहवासियों में चिंता की लहर । शहर के मध्य से निकलने वाला राष्ट्रीय मार्ग 12 बायपास से निकलने के कारण अब शराब माफियाओं को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी नही और वह शहर के बीच आने के लिए लालयित हैं , वैसे भी आज शहर का युवा नशे के दलदल में डूबा हुआ हैं । गाँजा शराब प्रतिबंधित दवाओं में कोरेक्स पेनकिलर दवाओं का सेवन कर अपने योवन में आने से पहले ही बुढापे में पहुँच रहा हैं तो कई युवा नशे की लत से जरायाम पेशा अपना चुके हैं .ऐसे में अगर यह शराब दुकान बस स्टैंड पर आती हैं तो जनता का विरोध होना तय हैं। जहाँ शराब दुकान खुलनी हैं उसके दोनों और मंदिर । जिस जगह शराब माफिया ने दुकानें चयनित की वहाँ से दोनों और मंदिर का रास्ता व महज तीन सो मीटर की दूरी हैं वार्ड क्रमांक 12 में साहू समाज का माँ कर्मा मंदिर और वार्ड क्रमांक 11 में माँ दुर्गा मंदिर जो दुर्गा चौक कहलाता हैं। और शराब दुकानें इन मंदिरों के सामने खोलने की चर्चा हो रही हैं। जो युवाओं को तो नशे की गिरफ्त में लेंगी ही साथ ही मंदिर जाने महिलाओं व बच्चों के लिए परेशानियों का सबब बनेगी ।
शराब माफिया इतना तगड़ा हो चुका है कि प्रशासन की आँखों में उसके कारनामे नहीं दिखते।।
आज तक जहाँ चेन-अमन है कल वहाँ किस तरह की लड़ाइयां और विवाद होंगे यह आने वाला समय बताएगा।
यह ठीक नहीं।