साईंखेडा में श्री दादा दरबार खंडवा में 84 खंबो के संगमरमर मंदिर निर्माण हेतु चलाया जा रहा हस्ताक्षर अभियान
रिपोर्टर : कमलेश अवधिया
साईंखेड़ा। महान संत श्री श्री 1008 श्री दादाजी धूनीवाले महाराज की लीला स्थली साईंखेड़ा में दादाजी भक्तों द्वारा श्री दादाजी महाराज के समाधि स्थल खंडवा में भव्य मकराना संगमरमर पत्थर से 84 खंबो का भव्य दिव्य मंदिर निर्माण की मांग को लेके हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।
अभी तक 84 खंम्बे के मंदिर निर्माण समर्थन हेतु नरसिंहपुर जिले में लगभग 25 हजार लोगों से हस्ताक्षर करवाये जा चुके है एवं आगे भी हजारों लोगो तक इस अभियान को लेकर पहुंचने की रूपरेखा है।
विदित हो, श्री दादाजी महाराज की मुख्य लीला स्थली साईंखेड़ा रही एवं दिसंबर, सन 1930 में श्री दादाजी महाराज ने खंडवा में महासमाधि ली । उनके बाद भक्तो के कल्याण की परंपरा को उनके परम शिष्य श्री श्री 1008 श्री छोटे दादाजी महाराज (श्री हरीहर भोले भगवान जी) नें आगे बढाया।
श्री छोटे दादाजी महाराज ने श्री बड़े दादाजी महाराज की समाधि पर संगमरमर के पत्थर से 84 खंबो के भव्य मंदिर निर्माण की आज्ञा भक्तों को दी थी। श्री छोटे दादाजी महाराज की उसी आज्ञा को पूर्ण करने के लिए भक्तों द्वारा सन 1989 से 1995 तक 92 ट्रक नक्काशी किया हुआ सफ़ेद संगमरमर पत्थर खंडवा में एकत्रित करके किराए की गोदामो में रखा हुआ है परंतु खंडवा दरबार के ट्रस्ट ने अपनी निजी हठधर्मिता के चलते आज तक मंदिर निर्माण नही होने दिया।
इस अभियान से जुड़े भक्त उमंग अग्रवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि जब श्री राम लला का भी भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है तो दादाजी महाराज की समाधि पर क्यो नही? इसी बात से दुखी होकर सभी दादाजी भक्तों ने ये प्रण किया है कि दादाजी महाराज की समाधि पर संगमरमर के पत्थर से 84 खंबो के भव्य मंदिर निर्माण कराकर ही रहेंगे एवं इसी मांग को लेकर वह मध्यप्रदेश सरकार तक जा रहे है एवं हस्ताक्षर अभियान चला रहे है।
इस अभियान की जानकारी देने हेतु साईंखेडा के दादाजी भक्तों ने आज एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया इसमें अभियान के सदस्य सर्व दिनेश अग्रवाल, चंद्रशेखर साध, सुनील कठल, संदीप अग्रवाल, उमा अग्रवाल ने अपनी बात रखी एवं पत्रकार बंधु सर्व कमलेश अवधिया, दीपक अग्रवाल एवं सचिन जोशी उपस्थित रहे।
उनकी एक ही मांग है कि किसी भी प्रकार से सरकार दादाजी महाराज की समाधि पर संगमरमर के पत्थर से 84 खंबो के भव्य मंदिर निर्माण कराए और यदि ट्रस्ट इस कार्य में रोड़ा बनता है तो ऐसे ट्रस्ट को भंग कर, सरकार महाकाल मंदिर की तर्ज पर श्री दादा दरबार खंडवा की व्यवस्थाओं को अपने हाथ में ले एवं मंदिर निर्माण कराए।