बैनीसिंह उइके की संदिग्ध मौत, बाड़ी पुलिस बता रही सड़क एक्सीडेंट से हुई मौत
मृतक की पत्नी बेटा बेटी ने कलेक्टर, जिले के प्रभारी मंत्री को आवेदन देकर लगाई इंसाफ की गुहार, मृतक की बेटी अर्चना उइके ने बोली शिवराज मामा मेरे परिवार को न्याय दिलाओ
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। जिले के थाना बाड़ी के तहत मोतलसिर तहसील बरेली निवासी बैनी सिंह उइके उर्फ गुड्डा पिता शालक राम उईके की अज्ञात हत्यारों ने उनकी संदिग्ध हत्या थाना सुल्तानपुर के समीप भरतीपुर में रक्तरंजित अवस्था में शव सड़क किनारे फेंक दी गई। यह वारदात 17 अप्रैल 2022 की रात की थी। लेकिन बाड़ी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश सक्सेना इस अंधे कत्ल की हरेक पहलू की बारीकी से जांच कराने की बजाय आरोपियों को बचाने में जुटे हुए हैं। इस अँधेहत्या कांड की पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर मृतक की बेटी अर्चना उईके और मृतक बैनी सिंह उइके विधवा पत्नी ने शुक्रवार को दोपहर रायसेन पहुंचकर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया, आईजी होशंगाबाद रायसेन पुलिस संभाग रेंज दीपिका सूरी, कलेक्टर अरविंद दुबे एसपी विकाश कुमार शाहवाल को आवेदन देकर न्याय दिलाने का अनुरोध किया है।
मशीन से भूसा बनाने का कार्य करता था मृतक बैनी सिंह उईके….
मोतलसिर बरेली तहसील निवासी मृतक बैनीसिंह उइके मशीन से खेतों में ही भूसा बनाने का कारोबार करता था। उसने मशीन ट्रैक्टर लेकर 13 अप्रैल 2022 से निकला था। उसने धांधला, बिसेर, गडरवास, भौंती आदि गांवों में भूसा बनाया था। जिससे उसे लगभग ढाई लाख रुपये की रकम उसके पास थी। इन गांवों में बैनी सिंह ने 16 अप्रैल 2022 तक भूसा मशीन चलाई और आमदनी की थी। इसी रात बड़ोदिया गांव में भी काम किया था।क्योंकि इस रोज हनुमानजी की जयंती भी थी। वहां सुन्दरकाण्ठ पाठ भजन कीर्तन भंडारे में भी बैनीसिंह ने हिस्सा लिया था। इसके अगले दिन बैनीसिंह उसके बुआ के लड़के पप्पू काकोडिया सिलेगना निवासी के साथ था।सिलेगना से बैनीसिंह भरतीपुर सुल्तानपुर बुआ के लड़के पप्पू काकोडिया भी साथ रहा। फिर पप्पू काकोडिया का फोन 23 अप्रैल 2022 को अर्चना की चाची के पास पहुंचा।वह बोला भाभी प्रेमबाई उईके से मेरी बात करवा दो बैनी भैया घर पहुंच गए अथवा नहीं। हमको उसकी चिंता सता रही है। प्रेमबाई उइके बोलीं कि अर्चना के पिता तो आपके साथ थे। मेरी अर्चना के पापा से बात कराओ। वह बोला हम कोली से जमीन लेने भरतीपुर थाना सुल्तानपुर गए थे। मेरा और भैया बैनीसिंह से 17 अप्रैल 2022 विवाद हो गया था तो मैं उसे भरतीपुर छोड़कर अपनी ससुराल चला गया था। बाद में मुझे पता नहीं कहाँ चले गए थे मालूम नहीं। इसके बाद अर्चना के चाचा, दादाजी ने बैनी सिंह ने जगह जगह कई गांवों में तलाश की। तभी उनके एक रिश्तेदार विनोद कुमार से पता चला कि पप्पू काकोडिया और बैनीसिंह भरतीपुर में शराब के नशे में धुत्त होकर झगड़ा कर रहे थे तब मैंने उनके बीच बचाव भी किया था। इसीलिए संदेह की सुई पप्पू पर घूम रही है। मृतक क़ी बेटी अर्चना उइके जब थाना बाड़ी पिता बैनी सिंह की गुमशुदगी और संदिग्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। तब बाड़ी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश सक्सेना रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बल्कि वह बोले कि भरतीपुर में बैनीसिंह का बाइक एक्सीडेंट हो गया था। बाइक सड़क किनारे पड़ी मिली थी। उसका शव गड्ढे में दफना दिया गया है। अर्चना उइके ने बाड़ी थाना प्रभारी पर आरोपी से मोटी रकम लेनदेन के आरोप भी लगाए। मृतक की विधवा पत्नी प्रेमबाई, बेटी अर्चना सहित चार बच्चे भी है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोपी को बजाय पकड़ने उसे बचाने का आरोप लगाया है।
मुझे इंसाफ दिलाएं शिवराज मामा….
मृतक की बेटी अर्चना उईके का कहना है कि लाड़ली बेटियों के मामा कहलाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से उसके पिता बैनी सिंह के हत्यारे को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजकर मुझे इंसाफ दिलाएं।