क्राइम

भाड़े के बदमाशों ने जानलेवा हमला कर घर दुकानों में रखे नकदी गहने लूटकर ले गए


दहशतजदा है घायलों का परिवार, आरोपी दे रहे मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी, स्वतन्त्र घूम रहे हमलावर
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
विदिशा।
पलंग पेटी कुर्सियों के व्यापारी अब्दुल रसीद, आदिव खान, वसीम खान का मामूली विवाद को लेकर रंगियापुरा विदिशा निवासी लईक पठान उसके पुत्र उमेर, जुबेर और अलीफ पठान, लईक के बाकर, भतीजों बंटी, मीनार, ममेरा भाई इकराम सहित उनके द्वारा बुलाए गए भाड़े के लगभग 125 युवकों ने शराब के नशे में धुत्त होकर वसीम खान, अब्दुल रसीद खान के कारखाने, दुकानों घरों में घुसकर महिलाओं, बच्चों बुजुर्ग बड़ों के ऊपर पथराव कर जमकर तोड़फोड़ की गई। इन बदमाशों ने बुधवार 4 अगस्त की रात में करीब 3 से 4 घण्टे तक दहशत फैलाई। इन बदमाशों ने लाठियां, रॉड हॉकी और तलवार कतरनों से जानलेवा हमला कर लोगों को बुरी तरह से लहूलुहान किया। विदिशा की देहात थाना पुलिस ने भी फरियादी घायलों की सही सुनवाई नहीं की। इस मामले की दोबारा से जांच पड़ताल किए जाने की मांग को लेकर बहू नूर बानो, फिरदौश ने भोपाल पहुंचकर ग्रामीण डीआईजी संजय तिवारी को आवेदन दिया है। बताया जाता है कि डीआईजी तिवारी ने महिलाओं को मामले की दोबारा से विदिशा एसपी और देहात थाना पुलिस विदिशा से करने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कराए जाने का आश्वासन दिया है।
नकदी सहित जेवरात लूटे….
आवेदन में बहू नूर बानो, फिरदौश खान ने डीआईजी संजय तिवारी विदिशा पुलिस रेंज को दिए गए आवेदन में बताया गया है कि इस जानलेवा हमले में जब उनके ससुर अब्दुलरसीद, अब्दुल रफीक वसीम खान वगैरह गंभीर रूप से लहूलुहान हो गए। तो उनकी जान बचाने परिजन तत्काल केयर होस्पिटल भोपाल भर्ती कराया गया है। इसी रात में इन्हीं बदमाशों ने उनके घर की तोड़फोड़ कर अलमारी में रखे नकदी 3 लाख रुपये और सोना चांदी के गहने 4 लाख कीमत के लूट कर अपने साथ ले गए हैं। आरोपी लईक पठान के परिजनों के कई मामले देहात थाना पुलिस विदिशा में दर्ज हैं। लईक पठान की दो पत्नियां हैं। वह प्रॉपर्टी डीलर के कारोबार से जुड़ा है। विदिशा देहात पुलिस को उसने मोटी रकम लेनदेन की है।इसीलिए पुलिस ने दोनों पक्ष पर काउंटर केस बनाया है।
जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे घायल….
केयर सिटी हॉस्पिटल भोपाल में भर्ती अब्दुल रसीद खान, वसीम खान, नूर बानो, फिरदौश खान, सादिक, रफीक खान आईसीयू में पलंगों पर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।

Related Articles

Back to top button