भारतबर्ष के बारहज्योतिर्लिंगों की मार्मिक कथा को सुनकर श्रोता हुए धन्य

सातवे दिन धूमधाम से हुआ शिवमहापुराण का समापन
प्रभात फेरी मे राम धुन की सन्तश्री ने की भूरिभूरि प्रशंसा
रिपोर्टर : कुंदनलाल चौरसिया
गौरझामर । श्रीशिव महापुराण की सात दिनो तक चली संगीतमय पावन कथा का शुक्रवार को धूमधाम से समापन हुआ, गौरझामर के फूलबाग मैंदान मे आयोजित कथा के सातवे व अंतिम दिन प्रसिध्द कथा वाचक पंडित नवीनबिहारी साथी जी ने उपस्थित सुधि श्रोताओ को भारतबर्ष के बारह ज्योतिर्लिगो सोमनाथ, मलिकाजुर्न, महाकालेश्वर, औमकारेश्वर, केदारनाथ, भीमाशंकर, विश्वेश्वर विश्वनाथ, त्रबकेश्वर, बैजनाथधाम, नागेश्वर, रामेश्वरम, घृष्णेश्वर धाम की कथा के माहात्म को संगीत के साथ सबिस्तार अपनी ही बोली बुन्देली मे पिरोकर सुनाया। सन्त श्री ने गौरझामर मे प्रतिदिन अलसुबह निकलने वाली प्रभातफेरी जिसमे जयसिया राम जय जयसियाराम के संगीतमय नाम जप रामधुन मे शामिल होकर जहां राम भक्तो का उत्साह वर्धन किया वही उन्होने अन्तिम दिवस की कथा मे रामधुन प्रभातफेरी पर सभी सम्मिलित होने वाले श्रृध्दालु भक्तो की भूरि भूरि प्रसंशा कर उन्हे धन्य किया। कथा समापन पर आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। शनिवार को विशाल कन्या भोज का भव्य आयोजन किया गया है, जिसमे गौरझामर एव आसपास के गांवो की सभी कन्याये इस भोज भण्डारे मे सम्मिलित होगी।