मध्य प्रदेश

नहरों की मरम्मत के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गईं, जिम्मेदार अधिकारी नही दे रहे उनकी मरम्मत पर नहीं दे रहे ध्यान

नहरों के रास्तों पर दबंग किसानों ने किया अतिक्रमण,
आवागमन में हो रही किसानों को असुविधा
रिपोर्टर : शिवलाल यादव , रायसेन।
रायसेन।
जल संसाधन विभाग के अधीन कर मोदिया डैम की नहरों की सालों से साफ सफाई और नहरों की रिपेयरिंग नहीं कराई गई है। जिससे नहरों के क्षतिग्रस्त हो जाने से टेल एरिया के किसानों के खेतों तक फसलों की सिंचाई नहीं हो पाती। वहीं दबंग किसानों ने नहरों के दोनों साइड की जगह लगभग 10-10 मीटर की जमीन को अतिक्रमण कर कब्जे में ले ली है। इस कारण किसानों को अपने खेतों तक खाद बीज और कीटनाशक दवाओं के ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि किसानों ने इस मामले को लेकर विभाग के इंजीनियरों, पटवारी की लापरवाही की शिकायतें जिला जलसंसाधन विभाग के ईई के.डी. ओझा को ज्ञापन सौंप कर समस्याओं से अवगत भी कराया गया। लेकिन बावजूद इसके नहरों के रास्तों के अतिक्रमण को विभागीय फील्ड अधिकारी कर्मचारियों ने दबंग किसानों से जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका।
करमोदिया तालाब की नहरें पर दबंग किसानों ने रास्ते पर अतिक्रमण कर खेतों में मिलान करा लिया है। यह नहरें करमोदिया डेम की नहरें जो कि रफ्फ्यू मियां के खेतों से होकर अल्ली करैया खैराबाद तक गईं हैं। सब इंजीनियर के.के. जाटव, अमीन फईम खान ने दबंग किसानों से सांठगांठ से नहरों के रास्ते की जमीन पर अतिक्रमण करवा दिया है। हालांकि पूर्व में 30 फ़ीट का नहरों से आवागमन का रास्ता था।लेकिन आहिस्ता -आहिस्ता नक्शे से गायब हो चुकी है। नहरों की सालों से पुलिया भी क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी कर्मचारी नहरों की पुलियाओं पर गंभीरता पूर्वक ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सालों से एक ही जगह पर जमे टाइम कीपर…..
जिला जल संसाधन विभाग में सालों से टाइम कीपर कमलसिंह विश्वकर्मा एक ही स्थान पर अंगद के पांव की तरह कुर्सी पर जमे हैं। वह विभागीय अधिकारियों को गुमराह करने से भी बाज नहीं आते। वे अधिकारी ठेकेदारों द्वारा विज्ञापनों की राशि में गोलमाल करते हैं। लिफाफों में रखी रकम आधी गोलमाल कर अधिकारियों के सही जबाव जानकारी नहीं देते। बल्कि रकम की बन्दरबांट कर रहे हैं। सारे मामले में विभाग के अफसरों को अंधेरे में रखा जाता है।
इस संबंध में के.डी. ओझा ईई जिला जल संसाधन विभाग रायसेन का कहना है कि विभाग में करमोदिया डेम की नहरों के रास्ते पर दबंग किसानों द्वारा अतिक्रमण की शिकायतें मिली है। फील्ड अधिकारी कर्मचारियों को मौके पर भेजकर दोबारा से जांच पड़ताल कराई जाएगी। साथ ही टूटी फूटी नहरों की मरम्मत कराई जाएगी।

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