सराफा व्यापारियों को अब हॉलमार्क रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य
मानक: 12, 18, 22 कैरेट का सोना ही बेच सकेंगे, अब सोना खरीदी पर शिकंजा कसेगी सरकार
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। सोने का इंटरनेशनल मानक तय होने के बाद अब सरकार ने मंगलवार से सराफा व्यापारियों को हॉल मार्क रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। जिससे सराफा व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। अब रायसेन शहर सहित जिले भर के सराफा व्यापारी हॉलमार्क के साथ 14,18 और 22 कैरेट का सोना ही बेच पाएंगे। इसके लिए अब उनका हॉलमार्क रजिस्ट्रेशन होना जरूरी कर दिया गया है। सरकार ने सराफा व्यापारियों को रजिस्ट्रेशन जल्द कराए जाने के आदेश जारी किए हैं। सरकार ने ज्वैलरी पर हॉलमार्किंग शुरू कर दी है। इसके साथ ही 14,18 और 22 कैरेट सोना ही बेच सकेंगे। इस गोल्ड पर भी हॉलमार्क करवाना अनिवार्य होगा। सोने का यह हॉलमार्क पूरे भारत देश में एक जैसा ही होगा।सरकार सोने की खरीदी बिक्री की मॉनिटरिंग करेगी।
हॉलमार्क ज्वेलरी पर बनवाई निर्धारण भी जरूरी
रायसेन जिले में फिलहाल हॉलमार्क के ज्वैलरी उपलब्ध है। लेकिन इनकी बनवाई में खास अंतर है। सराफा व्यापारी सोने के जेवरों की बनवाई मनमाने तरीके से रकम वसूल रहे हैं।हर सराफा कारोबारियों की जेवर बनवाई की दरें अलग अलग है। हॉल मार्क अनिवार्य करने के साथ ही सरकार को हॉलमार्क ज्वेलरी की बनवाई की दरें भी लागू करना होगी।तभी ग्राहकों को इसका फायदा मिलेगा।
सोने की अब तीन मानकों की ज्वैलरी बेची जाएगी…
अब सोना14,18 और 22 कैरेट वर्ल्ड में कहीं भी जाएं यही यही मानक का गोल्ड मिलेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विदेशी इन्वेस्टर के लिए भी सोने का मानक तय किया गया है।मानक तय हो जाने के बाद ग्राहकों को शुद्ध सोना मिलेगा। यह सोना कहीं भी बेचा जा सकेगा। सराफा कारोबारियों को भी इस सोने का वास्तविक मूल्य ही ग्राहक को बताना होगा। हॉल मार्क होने के कारण ग्राहक सोना खरीदते और बेचते समय ठगा नहीं जाएगा।
हॉल मार्क के लिए जबलपुर, नागपुर का सहारा
रायसेन जिले के सराफा व्यापारी के लिए फिलहाल एक भी हॉल मार्क सेंटर नहीं है। हॉल मार्क के लिए व्यापारियों की जबलपुर इंदौर और भोपाल, नागपुर की दौड़ लगाना पड़ती है। हॉल मार्क अनिवार्य होने के बाद यह समस्या जिले में और बढ़ जाएगी
गोविंद सोनी, नगर सराफा व्यापारी एसोसिएशन रायसेन का कहना है कि हॉलमार्क का मामला फिलहाल मुंबई हाई कोर्ट में लंबित है।जिसमें 29 जून तक स्टे लगा हुआ है।हॉल मार्क में सोने की उच्च गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना अब बेहद जरूरी हो गया है।