रायसेन शहर के एक निजी हॉस्पिटल में पहली बार महिला के घुटनों का किया ट्रांसप्लांट,
केंद्र सरकार के आयुष्मान उपचार कार्ड से संभव हो सका इलाज
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। रायसेन शहर जैसे छोटे से शहर में केंद्र सरकार के आयुष्मान गोल्डन उपचार कार्ड के जरिए रायसेन के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक महिला का पहली घुटने ट्रांसप्लांट का इंदौर रायसेन के डॉक्टरों की टीम ने यह सफल ऑपरेशन किया है। जिसकी चौतरफा प्रंशसा की जा रही है।
जनसेवा स्पेसलिटी हॉस्पिटल रायसेन के संचालक अजहर कुरैशी ने बताया कि रायसेन नगर निवासी शारदाबाई पिछले 8 महीनों से घुटनों की बीमारी से इतनी परेशान थी कि वो बिलकुल भी चल फिर नहीं पाती थी । रायसेन के जनसेवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की टीम द्वारा शारदा बाई के दोनों घुटनों का ट्रांसप्लांट किया गया । रायसेन ज़िले के इतिहास में घुटना ट्रांसप्लांट का यह पहला केस था । जनसेवा हास्पिटल रायसेन में भोपाल , इंदौर और रायसेन की 10 चिकित्सीय टीम द्वारा इस घुटना ट्रांसप्लांट ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। इस टीम में दो आर्थोपेडिक डॉक्टर डॉ. नीतेश चंद्रवंशी, डॉ. सिंघंई एक एनेस्थिसिया डॉक्टर अंकित मौर्य, टेक्नीशियन और हॉस्पिटल का स्टाफ़ शामिल हुआ । लगभग पाँच घंटे में आपरेशन किया गया । मध्य प्रदेश सरकार की आयुष्मान योजना के तहत इस आप्रेशन को किया गया। मरीज़ के लिए यह आप्रेशन आयुष्मान योजना में शामिल होने के कारण पूरी तरह नि:शुल्क हुआ ।
इस संबंध में डॉक्टर नीतेश चंद्रवंशी आर्थोपेडिक्स का कहना है कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों का कहना था कि रायसेन जैसे छोटे शहर में घुटना ट्रांसप्लांट का यह पहला मामला है । इससे छोटे शहरों में मरीज़ों को काफ़ी लाभ हुआ है और आयुष्मान योजना में शामिल होने के कारण मरीज के इस आपरेशन में होने वाले लाखों रुपये बच गए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक़ बिना आयुष्मान योजना कि अगर ये आपरेशन होता तो इसका ख़र्च चार से पांच लाख रुपया आता।
वही मरीज़ के परिजनों का कहना था कि आयुष्मान योजना में शामिल होने के कारण उनका यह ट्रांसप्लांट पूरी तरह नि:शुल्क हुआ और सरकार की यह योजना उनके लिये वरदान साबित हुई है । उनका कहना था कि वो अपनी माँ के घुटनों की परेशानी के कारण कईं महीनों से कई अस्पतालों के चक्कर काट रहे थे ।लेकिन रायसेन में ही इतना बड़ा आप्रेशन होने से उन्हें काफ़ी लाभ हुआ है और उनकी बिलकुल पैसे भी नहीं लगे।