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कोरोना काल मे जूम एप्स एवं लाइव वीडियो के माध्यम से योगा कार्यक्रम, करे योग रहें निरोग – धनुषधारी

पलेरा। कोरोना जैसी  भीषण महामारी में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के द्वारा जूम एप्स एवं लाइव वीडियो के माध्यम से योगा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दशरथ प्रसाद धनुषधारी ने बताया कि योग हमारे जीवन में देहाती महत्वपूर्ण है जिस के बगैर हम स्वस्थ नहीं रह सकते है। कोरोना जैसी भीषण महामारी में योग हमारे लिए देहाती कारगर साबित हो रहा है योग प्रशिक्षक मानवेंद्र सिंह परमार के द्वारा रोजाना जूम एवं लाइव वीडियो के माध्यम से युग के प्रमुख पांच आयाम कर योगाभ्यास कराया जाता है।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पांच प्राणायाम करना अति आवश्यक है जिसके नियमित अभ्यास से कोरोना जैसी महामारी से बच सकते हैं  भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उज्जाई प्रणाम।

1- भस्त्रिका करने से फेफड़ों के लिए भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है और बलगम को नष्ट कर देता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

2- कपालभाति यह प्राणायाम मुख्य रूप से मस्तिष्क और मस्तिष्क के तहत अंगों को अच्छी तरह से प्रभावित करता है यह आपको स्फूर्ति दायक बनाता है शरीर में गर्मी पैदा करता है बीमारी और एलर्जी से बचाता है।

3- अनुलोम विलोम शरीर को अधिक ऊर्जा और ऑक्सीजन देता है दिल की समस्या उच्च रक्तचाप तंत्रिका संबंधित माइग्रेन अस्थमा एलर्जी अनुलोम विलोम से ठीक कर सकते हैं और ऑक्सीजन की भरपूर पूर्ति कर सकते हैं।

4- भ्रामरी इसमें गोरे जैसा आवाज निकालते हैं इसके अभ्यास से मूड फ्रेश होता है ज्ञान में वृद्धि होती है आत्मविश्वास बढ़ता है मस्तिष्क के दर्द में राहत मिलती है।

5- उज्जाई प्राणायाम उज्जाई शब्द का अर्थ होता है विजयी या जीतने बालाइस प्राणायाम के अभ्यास से वायु को जीता जाता है इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास से कफ रोग गैस की समस्या दूर होती है ह्रदय रोगों में फायदेमंद होता है l

योग करने से  नाक बंद होना सिर में दर्द होना नाक से पानी गिरना, दमा और टीवी जैसी बीमारियों एवं मन को शांत करता है फेफड़ों को मजबूत बनाता है खून का संचार ठीक से होता है पाचन क्रिया को ठीक करता है जिससे हमें सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं होती है। धनुषधारी ने बताया कि सभी योग कियाएँ एवं प्राणायाम खाली पेट करना चाहिए सुरक्षित जगह पर चटाई या दरी बिछाकर किसी एक सुखमय आसन जैसे पद्मासन सुखासन किसी एक आसन में बैठ जाएं इसका अभ्यास करें इन सभी प्रणायाम के नियमित अभ्यास से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। योग कार्यक्रम में जिला समन्वयक सुनील कटियार निवाड़ी जिला से राजकुमार पाठक, ब्लॉक समन्वयक पलेरा राजकुमार जैन, राघवेंद्र सिंह, परमलाल आदिवासी, श्यामलाल कुशवाहा, मकुन्दीलाल बाबा जी बन्ने बुज़ुर्ग, सुनील रजक नगरी, अरविंदरसिंह ठाकुर मडोरी धर्मेंद्र पाल बीरपुरा, हृदेश सेन खरों, श्रीपतसिंह भदौरिया चरी अवधेश शुक्ला बल्देवगढ़, नवलकिशोर, रघुबीर राजपूत, दयाबती राजपूत सैपुरा, हरनारायण यादव, नीतू यादव दिनऊ, चतुर्भुज कुशवाहा, करमचंद्र सागर, खेमचंद्र रजक चोर टानगा नवांकुर संस्था एवं ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों के सदस्य कार्यक्रम में मौजूद रहे।

रिपोर्टर : मनीष यादव पलेरा, टीकमगढ़।

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